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बड़भूम में मुरूम चोरी में लगी दो मशीनें जप्त

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राजनांदगांव(दावा)। डोंगरगांव विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बड़भूम (खुज्जी) में रोड ठेकेदार द्वारा मुरूम की खुलेआम चोरी के मामले को लेकर दैनिक दावा में लगातार समाचार प्रकाशन के बाद प्रशासन भी आखिरकार हरकत में आया और मौके से मुरूम खुदाई में लगी दो मशीनों को जप्त किया है।
ज्ञात हो कि ग्राम बड़भूम स्थित बड़े तालाब से विगत तीन माह से लगातार मुरूम के अवैध उत्खनन को लेकर दैनिक दावा द्वारा समाचार का प्रकाशन का प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते आ रहा था। आखिरकार शनिवार को उच्चाधिकारियों के निर्देश पर डोंगरगांव के नायब तहसीलदार आर.के. बंजारे द्वारा मौके पर दबिश देकर मुरूम की अवैध खुदाई में लगी दो टू टेन मशीनों की जप्ती की कार्यवाही की गई।
दरअसल पूरा मामला यह है कि डोंगरगांव से खुज्जी होकर जेवरतला तक करीब 24 किमी. पक्की सडक़ का निर्माण कार्य एडीबी द्वारा ठेकेदार के माध्यम से कराया जा रहा है। शुरूआत में रोड के बेस के लिए पत्थर, गिट्टी के साथ मुरूम की जरूरत थी। मुरूम की पूर्ति के लिए ठेकेदार द्वारा खनिज विभाग से पहले चरण में १९ मई से १९ जुलाई तक की अवधि के लिए मुरूम परिवहन की अनुमति ली गई थी। उसके बाद बड़भूम के जलाशय से मुरूम का उत्खनन कर सडक़ निर्माण में उपयोग किया गया, किंतु सडक़ में मुरूम कार्य पूर्ण होने के बावजूद मुरूम की खुदाई कर अवैध रूप से अन्य जगहों पर भेजने और बेचे जाने की लगातार शिकायतें ग्रामीणों से मिल रही थी।


पंचायत की साठगांठ से हो रही थी चोरी
ग्रामीणों ने जानकारी दी थी कि ठेकेदार द्वारा ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों को सेट कर दिनरात अवैध रूप से मुरूम उत्खनन कर बाहर भेजा जा रहा है, जबकि सडक़ पर मुरूम की जरूरत की पूर्ति पहले ही हो चुकी है। १९ जुलाई को अनुमति की समय सीमा खत्म होने के बाद मौके पर जेसीबी मशीन को नहीं हटाए जाने से लोगों को आशंका थी कि कहीं चोरी-चुपके मुरूम चोरी की योजना तो नहीं है। ग्रामीणों की आशंका भी सही साबित हुई और कुछ दिनों के अंतराल पर पुन: उसी जलाशय से दिन की बजाय रात के अंधेरे में मुरूम का उत्खनन और हाइवा से परिवहन का खेल शुरू हुआ। उसके कुछ दिनों बाद दिन में ट्रकों से और रातों में हाइवा से मुरूम का बेधडक़ परिवहन किया जाने लगा।


22 हजार घनमीटर का अवैध उत्खनन
नायब तहसीलदार श्री बंजारे ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर उन्होंने ग्राम बड़भूम के जलाशय से मुरूम के उत्खनन का जायजा लिया। मौके पर मुरूम के परिवहन में लगा कोई वाहन नहीं मिला, बल्कि दो मशीनों (टू टेन) को मुरूम का उत्खनन करते पाया गया। उनके चालकों से मुरूम खुदाई और परिवहन संबंधी वैध दस्तावजे मांगे गए, किंतु दोनों संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इसके बाद दोनों को मुरूम खुदाई और परिवहन के लिए वैध दस्तावेज प्रस्तुत करने मौके पर ही दो घंटे की मोहलत दी गई, किंतु कोई कागजात पेश नहीं कर पाए। इसके उपरांत दोनों वाहनों को मौके पर ही जप्ती बनाकर उनके चालकों को मशीन नहीं चलाने का निर्देश दिया गया। उन्होंने बताया कि उत्खनन स्थल की जांच में यह बात सामने आई कि करीब 22 हजार घन मीटर मुरूम का अवैध उत्खनन और परिवहन किया गया है। इस मामले में प्रकरण तैयार कर कलेक्टर को भेजा गया है। आगे की कार्यवाही कलेक्टर द्वारा तय की जाएगी।


कलेक्टर से शिकायत की तैयारी में थे ग्रामीण
इस मामले को लेकर दैनिक दावा लगातार खबरों का प्रकाशन करते रहा। इस मामले को एसडीएम डोंगरगांव के संज्ञान में भी लाया गया, पर कार्यवाही नहीं होने को लेकर संदेह बना हुआ था। दूसरी ओर इस मामले को लेकर बड़भूम के ग्रामीण कलेक्टर से मिलकर शिकायत करने की भी तैयारी कर रहे थे। इन तमाम परिस्थितियों के मद्देनजर शनिवार को एसडीएम हितेश पिस्दा के निर्देश पर डोंगरगांव के नायब तहसीलदार आर.के. बंजारे की टीम ने पुलिस जवानों के साथ मौके पर दबिश दी।

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