Home छत्तीसगढ़ जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा की दरकार

जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा की दरकार

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राजनांदगांव (दावा)। पेंड्री स्थित नवीन मेडिकल कालेज हास्पिटल प्रारंभ हो जाने के बाद भी जिला चिकित्सालय-बसंतपुर में मरीजों की भीड़ कम नहीं हुई है। जिला चिकित्सालय में रोजाना दो सौ से तीन सौ मरीज पहुंच रहे है, लेकिन विशेषज्ञ डाक्टरों व आवश्यक संसाधनों के अभाव के चलते मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रही। इससे मरीजों को खासी परेशानियां उठानी पड़ रही है।
ज्ञात हो कि मेडिकल कालेज से सम्बद्ध जिला चिकित्सालय के एक ही परिसर में लम्बे समय तक चलने से इलाज कराने आने वाले मरीजों को ज्यादा दिक्कत नहीं होती थी। चिकित्सा उपकरणों की कमी नहीं था। मरीजों को कमोवेश अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मुहैया हो जाती थी लेकिन मेडिकल कालेज हास्पिटल व जिला चिकित्सालय के अलग-अलग हो जाने से न सिर्फ विशेषज्ञ चिकित्सकों को लेकर परेशानी हो रही है बल्कि चिकित्सा उपकरणों को लेकर दिक्कत की स्थिति बनी हुई है।
खून की कमी से जूझते लोगों का प्राण बचाने वाले रक्तवीर व भाजपा उत्तर मंडल के शहर उपाध्यक्ष नागेश यदु ने उपरोक्त सम्बंध में कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर जिला चिकित्सालय में भर्ती मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाए उपलब्ध कराने ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में कहा गया है कि जिला चिकित्सालय में 6 वर्ष पहले मेडिकल कालेज का भी संचालन किया जाना प्रारंभ हुआ था। तब तक यहां की स्थिति कमोवेश रूप से ठीक थी। किन्तु जब से शासन के आदेशानुसार मेडिकल कालेज को जिला चिकित्सालय से अलग कर पेंड्री स्थित नवीन मेडिकल कालेज में स्थानांतरित किया गया है, तब से जिला चिकित्सालय में अव्यवस्था का आलम है।
जिला चिकित्सालय के डाक्टर वार्ड ब्वाय, नर्स सभी कर्मचारी अपने मूल कार्यों को छोडक़र अन्यत्र डयूटी देने में लगे हुए है। जिसके कारण जिला चिकित्सालय में भर्ती मरीजों की स्वास्थ्य सुविधाओं सहित आवश्यक चिकित्सीय उपकरणों की सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा। इससे मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
कलेक्टर का ध्यान आत्कृष्ट करते हुए ज्ञापन में बताया गया है कि 10 एवं 11 अगस्त को यहां भर्ती होने वाले मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बच्चा वार्ड में भर्ती निमोनिया पीडि़त 8 महिने के मासूम को एक्सरे कराने घंटो इतजार करना पड़ा वही पर्ची काउंटर से कम्प्यूटर आदि सामान उठाकर पेंड्री जाने से कर्मियों को मरीजों का हाथ से पर्ची काट कर देनी पड़ी।
(शेष पेज 6 पर…)11 अगस्त बुधवार को जिला चिकित्सालय में भर्ती होने वाली गर्भवती महिलाओं को प्राइवेट हास्पिटलों में रिफर किया गया क्योंकि जिला चिकित्सालय में उक्त हेतु डाक्टरों का अभाव बना हुआ है। इसी तरह अन्य मरीजों को भी जांच के लिए घंटो भटकरना पड़ा जो मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ किये जाने जैसा है। रक्तवीर नागेश यदू, सुरेश कुमार, दीपेश आदि ने उक्त सम्बंध में जिला चिकित्सालय की व्यवस्था सुधारने तथा मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरूस्त व सुचारू करने की मांग की है।
जिला चिकित्साल में सुविधाओं का अभाव: गौरतलब है कि दैनिक दावा ने अपने 11 अगस्त के अंक में ‘जिला चिकित्सालय में सुविधाओं का अभाव… मरीज भगवान भरोसे’ शीर्षक से प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था। इस सन्दर्भ में जिला चिकित्सालय से ब्लड टेस्ट की सुविधा मेडिकल कालेज हास्पिटल पेंड्री में शिफ्ट कर दिये जाने से मरीजों की दयनीय स्थिति सारे सुरक्षाकर्मी पेंड्री चले जाने से जिला अस्पताल प्रबंधन के पास सुरक्षा कर्मियों की कमी। बच्चा वार्ड में सिर्फ एक ही डाक्टर होने से हो रही परेशानी एस.एन. सीयू. में मात्र एक ही डाक्टर के रह जाने व जिला चिकित्सालय में चर्म रोग के डाक्टर नहीं होने सहित हास्पिटल में नियमित रेडियोलाजिस्ट नहीं होने तथा नेत्र विभाग में एक भी विशेषज्ञ डाक्टर के नहीं होने से मरीजों को हो रही परेशानी के सम्बंध में प्रमुखता से उल्लेख किया गया था। उपरोक्त परेशानियों को देखते हुए रक्तवीर नागेश यदु व उनके साथियों द्वारा कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर जिला चिकित्सालय की व्यवस्था सुधारने की मांग की गई है। बता दे कि जिला चिकित्सालय में एक्सपर्ट डॉक्टर व पर्याप्त मेडिकल स्टाफ सहित अन्यान्य आवश्यक सुविधाए नहीं होने से मरीजों को भगवान भरोसे रहना पड़ रहा है। यहां आने वाले गंभीर मरीजों को मेडिकल कालेज हास्पिटल पेंड्री में ले जाने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था नहीं है और न इस संबंध में बताने के लिए कोई जिम्मेदार व्यक्ति तक नहीं रखा गया है, इससे गंभीर मरीजों व परिजनों को खासी दिक्कते एवं परेशानियों उठानी पड़ रही है।

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