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शहर के नए-पुराने गार्डन का बुरा हाल

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अमृत मिशन योजना से बने गार्डन भी बदहाल
राजनांदगांव(दावा
)। शहर में नए गार्डन निर्माण और पुराने गार्डनों के रखरखाव के नाम पर खेल होने की जानकारी सामने आ रही है। नगर निगम में पुरानें गार्डनों के रखरखाव के लिए हर साल लाखों रुपए की राशि जारी होती है, लेकिन किसी भी पुरानें गार्डनों का न तो सुरक्षा के काम हुए हैं और न ही जर्जर हुए संसाधनों को बनाया गया है।

कुछ समय पहले अमृत मिशन योजना के तहत भी गार्डनों के नाम पर करोड़ों रुपए फूंका गया है। इन गार्डनों का भी बुरा हाल है। यानि शहर में गार्डनों के रखरखाव व निर्माण के नाम पर जमकर भ्रष्ट्राचार हुआ है। मामले की जांच होने पर बड़ा खेल का खुलासा होने की संभावना है। किसी भी अच्छे शहर की पहचान सुंदर व आकर्षक उद्यानों से होती है। बाहर से आने वाले मेहमान सुकून का पल बिताने उद्यानों की ओर रुख करते हैं। निगम प्रशासन द्वारा शहर में हरियाली लाने व लोगों को सुकुन का पल मिल सके इसके लिए लगभग दर्जनभर जगहों पर अमृत मिशन योजना के तहत उद्यानों का निर्माण कराया गया है, लेकिन देखभाल नहीं होने से गार्डन बदहाल अवस्था में है।

अमृत मिशन से कई जगहों पर बने हैं गार्डन
निगम से मिली जानकारी के अनुसार अमृत मिशन योजना के तहत शहर में लगभग 3 करोड़ की लागत से कई जगहों पर उद्यानों का निर्माण कराया गया है। जिसमें जनता कॉलोनी लखोली, गौरवपथ, श्रीराम कॉलोनी मोतीपुर, खंडेलवाल कॉलोनी, लालबाग, महेन्द्र नगर, आडिटोरियम, आरके नगर, गौरी नगर नवागांव, सहित अन्य क्षेत्र में नए गार्डन का निर्माण कराया गया है। यह सभी गार्डन देखभाल नहीं होने से खराब स्थििति में है।

झूले टूटे, फूल और पेड़ भी हो गए गायब
अमृत मिशन योजना के तहत बनाए गए गार्डनों में लोगों के सुकुन व आकर्षण के लिए विविध प्रकार के फूल, शोदार पौधे, हरी घास, झुले, फिसल पट्टी, फौव्वारा सहित मनोरजंन के लिए अन्य साधन लगाए गए थे। लेखभाल नहीं होने से गार्डन में विरानी चा गई है। फूल व पौधे गायब हो गए है और हर जगह करपतवाल उग आए हैं। ऐसे में लोग इन उद्यानों में जाने हिचक रहे हैं।

पुराने उद्यानों का नहीं ले रहे सुध
शहर के कई जगहों पर पहले भी उद्यान बनाया गया है। देखभाल नहीं होने से कई जगहों के उद्यान उजाड़ हो गए हैं और रौनक गायब हो गई है। वहीं गार्डनों में लगे झूले व फिसल पट्टी टूट फूट गए हैं। बावजूद इसके निगम प्रशासन पुराने गार्डनों को सुरक्षित रखने गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं।

उद्यानों के संबंध में जानकारी नहीं है। विभाग के अधिकारियों से इसकी सारी जानकारी लेकर नए सिरे से सभी उद्यानों की जो भी कमियां है। उसे दूर कर फिर से हरियाली लाई जाएगी।
डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी,
आयुक्त नगर निगम

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