जमातपारा एसएलआरएम सेंटर के बाहर समूह की महिलाओं ने किया हंगामा
राजनांदगांव(दावा)। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शहर में दर्जनभर से अधिक जगहों पर कचरा संग्रहण केन्द्र एसएलआरएम सेंटर खोला गया है। इन एसएलआरएम सेंटरों को महिला समूहों को ठेका के माध्यम से दिया गया है। जमातपारा स्थित एसएलआरएम में नियम विरुद्ध काम करने पर निगम प्रशासन द्वारा ताला जड़ दिया गया है। ताला जडऩे से आक्रोशित वहां काम करने वाले महिला समूहों की महिलाओं ने मंगलवार को सेंटर के बाहर धरना प्रदर्शन कर हड़ताल पर बैठ गई।
जानकारी के अनुसार जमातपारा स्थित एसएलआरएम सेंटर की समूह के सदस्यों द्वारा लंबे समय से कचरा से निकले कबाड़ को अनुबंध किए कबाड़ी के पास बेचने के बजाय किसी दूसरे कबाड़ी के पास नियम विरुद्ध बेचा जा रहा है और इससे मिले राशि को निगम प्रशासन की जानकारी के बिना आपस में ही बांट लिया जाता है। बताया जा रहा है कि यहां पर लंबे समय से कबाड़ को दूसरे कबाड़ी के पास बेचने की जानकारी सामने आई है।
समझाईश बाद भी नहीं मानने पर कार्रवाई
मामले की जानकारी सामने आने पर निगम प्रशासन द्वारा एसएलआरएम सेंटर में ताला जड़ दिया गया। निगम के एसएलआरएम सेंटर प्रभारी दीपक श्रीवास्तव ने बताया कि सेंटर संचालन कर रहे महिला समूह द्वारा दूसरे कबाड़ी को नियम विरुद्ध कबाड़ बेचने के अलावा किसी भी नियमों को पालन नहीं किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि इस संबंध में समूह को समझाईश देने के बाद भी वे लोग नियम को मानने तैयार नहीं थे। इसकी वजह से सेंटर में ताला लगा कर दूसरे समूह को इसका संचालन करने की तैयारी की जा रही है। इस मामले को लेकर समूह की महिलाओं में काफी नाराजगी है।
17 जगहों पर एसएलआरएम सेंटर का संचालन
जानकारी के अनुसार कचरा संग्रहण करने शहर में करीब 17 जगहों पर एसएलआरएम सेंटर का संचालन ठेका के माध्यम से महिला समूहों को दिया गया है। सेंटर में काम करने वाली महिलाओं को 6 हजार रुपए मासिक मानदेय के अलावा कचरा से निकले कबाड़ को बेचने से मिलने वाली राशि अतिरिक्त दी जाती है। निगम के सेंटर प्रभारी दीपक श्रीवास्तव ने बताया कि कचरा से निकले कबाड़ को बेचने के लिए कबाड़ी से अनुबंध हुआ है। सेंटरों से इसी कबाड़ी को ही कबाड़ बेचना है। लेकिन समूह की महिलाएं नियमों का पालन नहीं कर रही थी। सेंटर में ताला जडऩे से महिलाएं गेट के बाहर हड़ताल पर बैठी रही और निगम प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।