राजनांदगांव(दावा)। जिला भाजपा अध्यक्ष मधुसूदन यादव ने किसानों को पर्याप्त मात्रा में एवम सही समय पर खाद नही मिलने पर एवम शासकीय सोसाइटी के बजाय निजी क्षेत्रों को उनकी मांग की तुलना में अत्यधिक खाद प्रदाय करने को राज्य सरकार की असफलता और किसानों के प्रति अन्याय माना है।
जिला अध्यक्ष श्री यादव ने कहा है कि निजी क्षेत्रों को उनकी मांग की तुलना में राजनांदगांव जिले में ही दुगुना आबंटन करना राज्य सरकार द्वारा कालाबाजारी को बढ़ावा देना एवम प्रशासन में उसकी ढीली पकड़ को प्रमाणित करता है। श्री यादव ने कहा कि कृषि विभाग और डीएमओ के परस्पर विरोधी बयानों ने अपनी जिम्मेदारियों से बचने और एक दूसरे को दोषारोपण करने में ही अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर लिया है,किसानों को खाद समय पर मिले या ना मिले एवम उचित दर पर पर्याप्त आपूर्ति हो इसकी कभी चिंता ही नही की है। गनीमत है कि कलेक्टर श्री सिन्हा ने त्वरित कार्यवाही करके इस कालाबाजारी को रोकने का प्रयास कर लिया अन्यथा किसानों को मजबूरी में सरकार की असफलता के कारण ऊंचे दरों पर खाद खरीदना पड़ता।
श्री यादव ने कहा कि राज्य सरकार सही मायने में किसानों को खाद प्रदाय करने के लिए कभी गंभीर ही नही रही, किसानी कर शुरुआत में ही खाद की कीमतों की वृद्धि के मामले में भ्रम फैलाया कि केंद्र सरकार ने खाद के दामो में वृद्धि कर दी है जबकि लॉक डाउन और कोविड के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद के कच्चे माल में बेतहाशा वृद्धि होने के बावजूद नरेंद्र मोदी ने पुराने दर ही खाद की कीमत को न केवल बनाये रखने बल्कि उचित तरीके से वितरित करने का निर्णय लिया और स्वतंत्र भारत मे खाद पर आज तक का सबसे ज्यादा सब्सिडी उन्होंने किसानों के हित मे देने का साहसिक निर्णय लिया और पर्याप्त मात्रा में सही समय परछत्तीसगढ़ की राज्य सरकार को खाद वितरण का कार्य भी संपदित किया है, किन्तु भूपेश बघेल की सरकार ने अपनी जिम्मेदारियों से मुख मोड़ कर हमेशा की तरह केंद्र पर दोषारोपण करने का प्रयास किया न कि किसानों को खाद वितरण करने मे उचित व्यवस्था करने का प्रयास किया।15 साल में डॉ रमन सिंह की सरकार में कभी भी किसानों को निजी क्षेत्रों से इस तरह ऊंचे दाम पर खाद नही खरीदना पड़ा था जैसे आज भूपेश बघेल की सरकार में लेना पड़ रहा है।
किसानों को उचित समय मे एवं उनकी आवश्यकता के अनुरूप खाद प्रदाय नही कर पाना, किसानों के प्रति सरकार की लापरवाही और निकम्मेपन को प्रदर्शित करता है। श्री यादव ने मांग की है कि निजी क्षेत्रों में उनकी मांग की तुलना में इतना अधिक आबंटन कैसे हुआ और कितना खाद किसानों को अधिक दर पर बेच गया है, इसकी जांच कर जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए ततपश्चात दोषियों पर कठोर कार्यवाही की जाए अन्यथा जिला भाजपा उग्र आंदोलन करेगी।