०० कोविड-19 की तीसरी लहर के दृष्टिगत सभी जिलों में ऑक्सीजन युक्त बेड बढ़ाए जा रहे
०० वार्षिक बजट 7 करोड़ 50 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की गई
राजनांदगांव(दावा)। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण व चिकित्सा शिक्षा मंत्री टीएस सिंहदेव की अध्यक्षता में आज पेण्ड्री स्थित शासकीय मेडिकल कॉलेज में स्वशासी समिति की बैठक आयोजित हुई। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण व चिकित्सा शिक्षा मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा सभी शासकीय मेडिकल कॉलेज सीजीएमएससी (छत्तीसगढ़ मेडिकल कॉर्पोरेशन लिमिटेड) से सामग्री आपूर्ति के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करें। जनहित में बेहतर प्रबंधन तथा पादर्शिता लाने के लिए एक सुचारू व्यवस्था बनाने की जरूरत है। मांग के आधार पर उपकरणों, सामग्री एवं दवाई आपूर्ति की जाएगी। सीजीएमएससी तथा मेडिकल कॉलेज में सामग्री की उपलब्धता के संबंध में समन्वय की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए एक तकनीकी कमेटी का गठन भी किया जाएगा। प्रदेश के सभी 10 शासकीय मेडिकल कॉलेज में एक ही तरह की मशीन खरीदी की जानी चाहिए तथा व्यवस्था पारदर्शी एवं जवाबदेह होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान चिकित्सा विभाग ने अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं दी है। स्वास्थ्य अधोसंरचना को मजबूत बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। कोविड-19 की तीसरी लहर के दृष्टिगत सभी जिलों में ऑक्सीजन युक्त बेड बढ़ाए जा रहे हैं। राजनांदगांव जिले में ऑक्सीजन जनरेट प्लांट ऑक्सीजन की सप्ताई के लिए स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वशासी समिति की बैठक वर्ष में 2 बार होनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने स्वशासी समिति वर्ष 2021-22 में मदवार प्रावधानिक बजट के संबंध में स्वीकृति प्रदान की।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण व चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सिंहदेव ने प्रशंसा करते हुए कहा कि राजनांदगांव जिले में आयुष्मान कार्ड के माध्यम से अच्छा ईलाज किया जा रहा है। शीघ्र ही डॉक्टर की कमी को पूरा करने के लिए 1 हजार 715 पदों पर सीधी भर्ती की जा रही है। उन्होंने शासकीय जिला चिकित्सालय एवं शासकीय मेडिकल कॉलेज के अलग होने पर व्यवस्था के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने महाविद्यालय चिकित्सालय परिसर में चिलर प्लांट, एसटीपी, ईटीपी, मेन ट्रांसफार्मर, जनरेटर, वाटर पंप, फायर अलार्म सिस्टम, यूपीएस, एचटी पैनल, ट्रैफिक सुविधा, पार्किंग शेड एवं बैंक के लिए भवन निर्माण, लैब संचालन, स्टॉफ, दवाईयां डिस्पोजल, मशीनों के रखरखाव, दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों के वेतन का भुगतान, ऑक्सीजन रिफलिंग का भुगतान तथा चिकित्सालय के नवीन अस्पताल भवन पेण्ड्री में स्थानांतरण के पश्चात जिला चिकित्सालय के चिकित्सा एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के वेतन आहरण के संबंध में चर्चा की।
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने जानकारी देते हुए बताया कि शासकीय जिला चिकित्सालय एवं शासकीय मेडिकल कॉलेज के अलग होने पर व्यवस्था में सुधार आया है तथा स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी की गई है। फर्नीचर एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। डीन डॉ. रेणुका गहिने ने स्वशासी समिति में वर्तमान वित्तीय वर्ष 2021-22 का मदवार बजट प्रस्तुत किया गया। चिकित्सा शिक्षकों के वेतन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, जिम सामग्री, हॉस्टल फर्नीचर, मरम्मत, दवाईयां, मशीनरी, केमिकल्स, दवाईयां, वाटर फिल्टर प्लांट स्थापना, मीटिंग, प्रशिक्षण, सेमिनार, महाविद्यालय तथा संबद्ध चिकित्सालय परिसर का सौंदर्यीकरण, वाहन क्रय, निरीक्षण शुल्क, एमसीआई, सूचना प्रौद्योगिकी, छोटे निर्माण कार्य, बैंक चार्जेश, आडिट फीस, अन्य आकस्मिक व्यय, कांफ्रेस, ऑडियो सिस्टम स्थापना, मजदूरी, अन्य आकस्मिक व्यय के लिए 7 करोड़ 50 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की गई।
इस अवसर पर अंत्यावसायी निगम के अध्यक्ष धनेश पाटिला, खुज्जी विधायक श्रीमती छन्नी साहू, खैरागढ़ विधायक देवव्रत सिंह, महापौर श्रीमती हेमा देशमुख, पदम कोठारी, पार्षद कुलबीर छाबड़ा, सचिव स्वास्थ्य श्रीमती शहला निगार, संभागायुक्त दुर्ग कुलभूषण टोप्पो, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, अधीक्षक शासकीय मेडिकल कॉलेज पेण्ड्री डॉ. संदीप चंद्राकर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी, एसडीएम मुकेश रावटे, डॉ. अजय कोसम, डॉ. महोबे, डॉ. अरूण शंकर दीक्षित, स्वशासी सदस्य श्रीमती शारदा तिवारी, आसिफ अली, प्रशांत दुबे सहित अन्य जनप्रतिनिधि, सदस्यगण एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।