राजनांदगांव । लालबाग थाना क्षेत्र के ग्राम इंदामरा के 12 वर्ष के देवेश कुमार पिता हीरा सिंह साहू की हत्या का रहस्य करीब साढ़े तीन माह बाद भी नहीं खुल पाया है। सीसी टीवी कैमरों के फुटेज के आधार पर पुलिस गुत्थी सुलझाने के बेहद करीब पहुंच गई थी। संदेहियों पर शिकंजा भी कसा जा चुका था, लेकिन उसी दौरान थाना प्रभारी बदल गए। उसके बाद जांच की दिशा ही बदल गई। अब नार्को टेस्ट की बात कही जा रही है।
घटना जून की 21 तारीख की है। देवेश शाम करीब 5.30 बजे के बाद लापता हुआ था। चौथे दिन उसकी लाश डोंगरगढ़ क्षेत्र के देवकट्टा गांव में बांध में मिली थी। पैर व हाथ रस्सी से बंधे थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट् में गला घोंटकर हत्या की बात सामने आई है। पुलिस ने शुरुआत में हत्या की जांच बेहद तेजी से शुरू की थी। इसी बीच का सीसी टीवी फुटेज भी खंगाला गया। दो संदेही बाइक सवार को इसी के आधार पर ट्रेश किया ही जा रहा थालेकिन बाद में एकदम धीमी हो गई। जांच की दिशा भी अचानक बदल गई। तबसे मामला ठंडे बस्ते में है।
राजमिस्त्री का काम करने वाले मृतक के पिता हीरा सिंह साहू मजदूरी करते हैं। देवेश उनका इकलौता बेटा था। परिवार में पत्नी व दो बेटियां हैं। सभी को संदेह गांव के उस व्यक्ति व उसकी पत्नी पर है जिनके साथ दो साल पहले विवाद हुआ था। यह पुलिस को दिये गये बयान में भी दर्ज है। गाव वालों काे भी उन्हीं लोगों पर ही शक है। उनका सबसे बड़ा सवाल यही है कि भला 12 साल के बच्चे की किसी से ऐसी क्या दुश्मनी हो सकती है? मामला पुरानी व आपसी रंजिश का ही है। इसके बाद भी पुलिस मामले को नहीं सुलझा सकी है।
मोबाइल के लोकेशन से भी मिला था सुराग
बताया गया कि साहू परिवार को अपने बेटे की हत्या में गांव के ही एक परिवार पर संदेह है। पीड़ित परिवार के इस बयान के बाद पुलिस ने उसी दिशा में जांच आगे भी बढ़ाई थी। संदेही का मोबाइल लोकेशन भी निकाला गया था। पहला लोकेशन शाम 5.30 बजे राजनांदगांव व करीब छह बजे इंदामरा का लोकेशन मिला था। आधे घंटे बाद संदेही के मोबाइल का लोकेशन सुकुल दैहान गांव था। शाम सात बजे घटनास्थल के पास का लोकेशन मिला था।
जल्द ही न्याय का भरोसा
मृतक के पिता हीरा सिंह साहू ने बताया कि उन्होंने कई बार लालबाग थाने जाकर जांच की स्थिति जाननी चाही। बाद में पुलिस अधीक्षक से भी मुलाकात कर उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराया। सभी जांच जारी होने व नार्को टेस्ट कराने की बात तो कह रहे हैं, लेकिन नतीजा अब तक कुछ नहीं निकल सका है। उम्मीद है कि जल्द ही हमारे परिवार को न्याय मिलेगा।