राजनांदगांव । शहर राजनांदगांव इन दिनों अपराध का गढ़ बन चुका है, जिला प्रशासन भी अपराध को रोकथाम करने के लिए एड़ी चोटी एक कर रहे हैं, लेकिन कोई फायदा नहीं हो रहा है, क्योंकि प्रशासन यह नहीं समझ पा रहे हैं, कि शहर में दिन पर दिन अपराध क्यों बढ़ रहे हैं, इसका मुख्य वजह क्या है, क्योंकि हर गली, मोहल्ला व चौक चौराहों पर अवैध शराब, सट्टा व जुआ के कारोबार धड़ल्ले से चल रहे हैं, इसी प्रकार जब नशा करने की आदि असामाजिक तत्व के लोग हो जाते हैं, तब असामाजिक तत्व के लोग कुछ न कुछ नशा करने की आदि हो जाते हैं, जब शराब व गांजा अचानक नहीं मिलते हैं, तब असामाजिक तत्व के लोग नशीले दवाई जैसे कि नाइट्रो टेन गोली का सेवन करते हैं, सिर्फ नशा और अपने आप में एक जुनून पैदा करने के लिए नाइट्रो टेन गोली का सेवन असामाजिक तत्व के लोग करते हैं, इसी प्रकार भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश सदस्य परवेज अहमद पप्पू ने जिला प्रशासन को ध्यानाकर्षण करते हुए बताया कि जिस प्रकार से अवैध शराब, गांजा, सट्टा व जुआ जैसे अपराधों पर रोकथाम के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, लेकिन नाइट्रो टेन गोली जैसे नशीली दवाई मेडिकल स्टोर व किराना दुकानों में आसानी से लोगों को मिल जा रहे हैं, तथा नशीली दवाई एजेंट के माध्यम से भी हर गली, मोहल्ले व चौक चौराहों में लेकर बिक्री कर रहे हैं, प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त गोली का सही मूल्य सिर्फ 55 रुपये 46 पैसे है जबकि यह गोली बाजार में दोगुने दामों पर बिक रहा है, असामाजिक तत्व के लोग नशा के लिए इस गोली को 90 से 100 रुपये तक में लेने को तैयार और ले भी रहे हैं, सिर्फ नशे की आदि वाले व्यक्ति ही नाइट्रो टेन जैसे घातक दवाई सेवन करने से नशे के रूप में गोली को उपयोग कर रहे हैं, इसी कारण आज राजनांदगांव शहर सहित पूरे जिले में आए दिन अपराध बढ़ रहे हैं । श्री अहमद ने आगे बताया कि जिला प्रशासन को ध्यानाकर्षण करते हुए अपेक्षा किए हैं, कि सभी मेडिकल स्टोर व किराना दुकाननो तथा नशीली दवाई के कारोबार करने वालों के ऊपर कार्यवाही करते हुए सिर्फ डॉक्टर की पर्ची के ही माध्यम से मेडिकल स्टोर्स में दवाइयां उपलब्ध होना चाहिए, अगर भारी मात्रा में कहीं भी नशीली दवाई का भंडारण किए जाते हैं, और छापे के दौरान नशीली दवाई मिलता है, तो ऐसे मेडिकल व दुकानदारों पर शक्ति के साथ कार्रवाई कीजिए, क्योंकि राजनांदगांव शहर को संस्कारधानी के नाम से जाने जाते हैं, और आज संस्कारधानी में आए दिन अपराध बढ़ रहे हैं, इससे संस्कारधानी की छवि धुमिल हो रहे हैं, इसलिए जिला प्रशासन द्वारा सभी संबंधित क्षेत्रों में अपराध को रोकने के लिए सभी वार्डों व ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस मित्र बनाकर आम जनता युवा वर्गों का सहयोग से भी अपराध होने से रोका जा सकता है।