राजनांदगांव (दावा)। ग्राम इंदामरा निवासी राजमिस्त्री हीरालाल साहू ने अपने 12 साल के बेटे दुर्गेश की हत्या के मामले में लालबाग पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं है। उनको संदेह है कि वारदात को उन्हीं के गांव के एक दंपति ने अंजाम दिया है। पुलिस को उन्होंने बयान में सबकुछ साफ-साफ बताया भी है। इसके बाद भी संदेहियों से न तो पूछताछ की गई, न ही कोई कार्रवाई की गई। सोमवार को हीरालाल ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर आवश्यक व उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों को जेल पहुंचाकर न्याय दिलाने की गुहार लगाई। बाद में सीएसपी गौरव राम को यही ज्ञापन देकर उन्हें वस्तुस्थिति की जानकारी दी।
21 जून की शाम को गांव में खेलते-खेलते दुर्गेश अचानक लापता हो गया। तीन दिन बाद उसकी लाश डोंगरगढ़ क्षेत्र के देवकट्टा के बांध में मिली थी। हाथ-पैर रससी से बंधे हुए थे। वारदात के करीब चार माह बाद भी पुलिस के हाथ खाली ही है। हीरालाल ने कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि उनके बेटेे की जान इंदामरा के ही एक दंपति ने आपस रंजिश के चलते ली है। पुलिस को यह बात उन्होंने शुरुआती जांच के दौरान ही बता दी थी, लेकिन संदेही से पूछताछ भी नहीं की गई।
उच्च स्तरीय जांच की मांग
पीडि़त पिता का कहना है कि हत्या के सभी सुराग गांव में ही मिल जाएंगे। गांव से लेकर लाश मिलने वाली जगह के बीच जितने भी सीसी टीवी कैमरे लगे हैं, उनके फुटेज खंगाले जाएं। संदेहियों के मोबाइल नंबरों के लोकेशन ट्रेस किए जाएं, तो सारी सच्चाई खुद-ब-खुद सामने आ सकती है। शुरुआती जांच में इन चीजों पर पुलिस ने गौर भी किया था, लेकिन बाद में जांच की दिशा ही बदल दी गई। हीरालाल ने जांच की प्रक्रिया व उसकी गति, दोनों पर सवाल उठाते हुए कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई है। ज्ञापन के बाद कलेक्टर ने सीएसपी गौरव राम से बातकर उचित जांच करने निर्देशित किया।
नार्को टेस्ट की तैयारी पर सवाल
इस मामले की जांच में लालबाग पुलिस नार्को टेस्ट की तैयारी में है, लेकिन दुर्गेश के स्वजनों का कहना है कि यह इतना हाईप्रोफाइल मामला तो है ही नहीं किया नार्को टेस्ट की जरूरत पड़े। इसकी प्रक्रिया के नाम पर अनावश्यक समय गंवाना उच्त नहीं है। स्वजनों का दावा है कि पुलिस अगर संदेहियों से ठीक तरीके से पूछताछ करे तो तुरंत ही गुत्थी सुलझ सकती है। लालबाग टीआई शिवेंद्र राजपूत का कहना है कि जांच जारी है।
कब क्या हुआ
21 जून को दुर्गेश लापता
23 जून को थाने में शिकायत
24 जून को लाश मिली
17 अगस्त को एसपी से गुहार।