छत्तीसगढ़ सरकार की पहल पर सोसायटियों में खरीदे जाने वाले धान का मिलरों ने उठाव शुरू कर दिया है। धान खरीदी के तीसरे दिन ही रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, जशपुर और रायगढ़ सहित कई जिलों में समितियों से धान का उठाव शुरु हो गया है।
एक दिसंबर से छत्तीसगढ़ में धान की खरीदी शुरू होने पर सोसायटियों में धान जमा होने लगा है। पहले खरीदी पर ही सरकार का जोर रहता था। इसके बाद मिलरों को धान देने का कार्य होता था। पिछले साल सोसायटियों में धान जमा होने से कई मीट्रिक टन धान सोसायटियों में रखे-रखे खराब हो गया था।
सोसायटियोंं को खरीदी के साथ उठाव के निर्दश
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने समितियों में धान जाम होने से रोकने के लिए खरीदी के साथ उठाव का कार्य भी शुरु करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है। अफसरों की टीम मिलरों से संपर्क कर उन्हे उठाव करने को कह रहे हैं। इसके साथ मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव सहित वरिष्ठ अधिकारियों को धान खरीदी की व्यवस्था की नियमित निगरानी करने को कहा है।
राइस मिलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों की हुई थी बैठक
इसी तारत्मय में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लगातार दो दिन 30 नवंबर और एक दिसंबर को छत्तीसगढ़ प्रदेश राइस मिलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों और खाद्य विभाग के अधिकारियों की बैठक में कस्टम मिलिंग की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने राइस मिलरों से समितियों से धान का उठाव और मिलिंग कार्य में गति लाने तथा बारदानों की आपूर्ति पर राइस मिलर्स को भी विशेष ध्यान रखने को कहा था।
मुख्य सचिव सहित अन्य अधिकारी कर रहे निरीक्षण
धान खरीदी केंद्रों पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन सहित वरिष्ठ अधिकारी लगातार निरीक्षण कर खामियों पर ध्यान दे रहे हैं। किसानों को कोई परेशानी न हो इसके लिए समिति प्रबंधकों को हिदायत दे रहे हैं। इसके साथ ही किसानों से चर्चा कर उनकी समस्याएं सुनकर उसका निराकरण कर रहे हैं।