Home छत्तीसगढ़ 75 साल में ओबीसी की गिनती नही करना अन्याय है !

75 साल में ओबीसी की गिनती नही करना अन्याय है !

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0 केंद्र सरकार को भेजा जाएगा महासभा का प्रस्ताव

राजनांदगांव : ओबीसी महासभा दुर्ग संभाग द्वारा अन्य पिछड़े वर्ग- चुनौतियां और संभावनाएं… इस विषय पर संभाग स्तरीय विशाल सम्मेलन का आयोजन जिला मुख्यालय राजनांदगांव में हुआ. जिसमे प्रमुख रूप से राष्ट्रीय जनगणना में अन्य पिछड़े वर्गों की गिनती की मांग और इसके लिए आंदोलन अभियान चलाने पर प्लानिंग और उद्बोधन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गिरीश राज राष्ट्रीय अध्यक्ष आमजन अधिकार मंच, अध्यक्षता श्री राधेश्याम जी प्रदेश प्रमुख ओबीसी महासभा रहे. विशिष्ट अतिथियों में दीपक सिन्हा प्रदेश अध्यक्ष सिन्हा समाज, खिलेश्वर पाल जी प्रदेश अध्यक्ष सर्व गडरिया समाज, विनोद सेन प्रदेश अध्यक्ष सेन समाज, डॉ नीरेंद्र साहू उपाध्यक्ष प्रदेश साहू संघ, बीरेंद्र निर्मलकर उपाध्यक्ष प्रदेश धोबी समाज, पिछड़े वर्ग समाज राजनांदगांव के जिलाध्यक्षगण एड. कमल किशोर साहू, रजभान लोधी, हेमलाल कुम्भकार, नासिर मेमन, चंद्रजीत देवांगन युमो. ओबीसी महासभा, जितेंद्र पटेल सामाजिक कार्यकर्ता और कई अन्य विचारक और समाज प्रमुख रहे.
3 संभाग के 23 समाजों ने लिया हिस्सा –
सम्मेलन में बड़ी संख्या में राजनांदगाव जिले के अलावा सरगुजा, रायपुर, दुर्ग, भिलाई, बालोद, दल्ली राजहरा, डौंडी लोहरा, कबीरधाम, अन्य पिछड़ा वर्ग के साहू, लोधी, देवांगन, यादव, सिन्हा, कुर्मी, पटेल, निषाद, निर्मलकर, कुम्हार, नाई, गडरिया, पनिका, लोहार, मुस्लिम पिछड़ा, कसेर, सोनकर, लारिया, सोनी, वैष्णव, महोबिया, रजवाड़े आदि समाज के प्रतिनिधि सदस्य, बुद्धिजीवी, कर्मचारीगण, छात्र, महिला वर्ग और पूरे कार्यक्रम में भारी संख्या में लोग शामिल हुये.
कार्यक्रम में नए प्रयोग –
शामिल हुए साथियों को फ़ाइल फोल्डर, स्टेशनरी, कार्यक्रम का फीडबैक पेपर जिसमे ओबीसी अभियान के लिए खास सुझाव का उल्लेख करना था, कि ऐसे आयोजन में वे कभी, कब, कहाँ शामिल रहे, तो उनका अनुभव क्या रहा आदि. जिससे की इस अभियान को तेज गति से बढाया जा सके. और वे खुद क्या-क्या कर सकते हैं और अपने समाज में जाकर अपने हिस्से का क्या दे सकते हैं. बुक स्टाल भी लगाया गया था जिसमे संविधान, मंडल आयोग, महापुरुषों का संघर्ष-जीवनी आदि की किताबें जमकर बिकी. कार्यक्रम में इन नए प्रयोगों की सबने तारीफ़ की.
विद्वानों ने विषयों को छुआ –
कार्यक्रम का आधार वक्तव्य श्री दिलीप साहू ने रखा, जिलाध्यक्ष एड महेन्द्र वर्मा ने ओबीसी महासभा का विस्तार, बालोद जिलाध्यक्ष यज्ञदेव पटेल ने पिछड़े नेताओं की गैरजिम्मेदाराना भूमिका, ओबीसी छुईखदान अध्यक्ष नंदबाबा चंदेल ने सभी जातियों को पिछड़े वर्ग आधार पर एकजुट होने का आह्वान किया, अम्बागढ़ चौकी के जितेन्द्र पटेल ने संविधानिक अधिकार, चिन्ताराम साहू ने अन्य पिछड़े वर्ग के जरूरी विषयों पर बात रखी.
ओबीसी अब देना सीख रहा है –
कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए विप्लव साहू, खिलेश्वरी साहू द्वारा बताया गया कि पिछड़े वर्ग के जागरण के लिए इस कार्यक्रम में किसी ने 50 रुपये दिए किसी ने दस हजार, पूरा कार्यक्रम जन-सहयोग से हो रहा है, परिवर्तन यह देखने को मिल रहा है कि अन्य वर्गों की तरह, ऐसे जागरण और सामाजिक दूरगामी हितों के लिए ओबीसी समाज का व्यक्ति अब अपनी जेब से पैसा निकाल कर आंदोलनों के माध्यम से खुद की मदद करना सीख रहा है.
आयोजन में सहयोग –
कार्यक्रम अन्य पिछड़े वर्ग विकास के विभिन्न आयाम – थीम पर आयोजित थी, जिसमे जनप्रतिनिधियों, समाज प्रमुखों, कर्मचारियों, पत्रकारों, कलाकारों का अन्य पिछड़ा वर्ग हित में सहयोग के लिए सम्मान-पत्र दिया गया, कार्यक्रम व्यवस्था में अनिल साहू जी और कुशल फाउंडेशन की पूरी टीम, मनोज पटेल और उनकी कुशल समृद्ध किसान उत्पादक संगठन और जागेश्वर साहू, ताराचंद साहू और छात्रावास छात्रों का बड़ा योगदान रहा.

कार्यक्रम का संयोजन संभाग अध्यक्ष विप्लव साहू, महासचिव महेंद्र कुमार, जिलाध्यक्ष एड महेंद्र वर्मा, बालोद जिलाध्यक्ष खिलेश्वरी साहू, महासचिव शेखू वर्मा, उपाध्यक्ष खिलेश्वर पाल और डॉ भोलाराम किया था. और सम्मेलन में शामिल होने और सहयोग करने के लिए सबका आभार व्यक्त किया गया.

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