राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय की कार आटो (छोटा हाथी) से टकरा गई। तेज रफ्तार कार से आटो से टकराने के बाद वे कार रोकवाकर बाहर निकले। साथ में अन्य लोगों ने आटो को रोक लिया। पहुंची पुलिस ने आटो को जब्त कर लिया है और चालक से पूछताछ की। बताया जाता है कि कार के ओवरटेक करने के दौरान आटो से टक्कर हुई। आटो से टक्कर के बाद कार का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया।
राजधानी रायपुर से एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वे कार से अंबिकापुर किसी कार्यक्रम में शामिल होने से लिए जा रहे थे। रायपुर में ही रावणभाठा शेरे पंजाब होटल के पास मोड़ पर उनकी कार आटो से टकरा गई। कार में नंदकुमार साय के साथ सवार अन्य लोगों ने उतरकर भाग रहे आटो को रोक लिया। चालक से पहले पूछताछ की, उसके पास पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद खमतराई थाने की पुलिस पहुंची और आटो को जब्त कर लिया। घटना के बारे में आटो चालक से पूछताछ की।
अविभाजित मध्य प्रदेश में आदिवासी नेता नंदकुमार साय तीन बार विधायक का चुनाव जीते और दो बार सांसद का चुनाव जीतकर संसद सदय रहे। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के निवासी वरिष्ठ भाजपा नेता नंदकुमार साय की दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे। कार्यकाल पूरा होने के बाद काफी अर्से तक राजनीति में हाशिए पर रहे, उस समय माना जाता था केंद्र सरकार उनको किसी राज्य का राज्यपाल बनाएगी लेकिन केंद्र सरकार ने उनको राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग का अध्यक्ष बना दिया।