देश में कोरोना महामारी के नए वैरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी एक्शन में आ गए हैं। समाचार एजेंसी ANI ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया है कि पीएम मोदी गुरुवार को एक बड़ी समीक्षा बैठक करके देश में ओमिक्रोन की स्थिति का जायजा लेंगे। इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से जुड़े सभी अधिकारी मौजूद रहेंगे। बता दें, देश में ओमिक्रोन मरीजों का आंकड़ा हर रोज बढ़ रहा है। यह वैरिएंट अब देश के 15 राज्यों में फैल चुका है। पीएम मोदी की यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र ने राज्यों को अलर्ट पर रहने और संक्रमण रोकने के लिए जरूरी कदम उठाने की सलाह दी है। केंद्र की इस चिट्ठी में जरूरत के मुताबिक नाइट कर्फ्यू लगाने और शादी, पार्टी, अंतिम संस्कार में लोगों की संख्या सीमित करने का बात कही गई है।
भारत में कब लगेगा बूस्टर डोज, पढ़िए एक्सपर्ट्स् की राय
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल के मुताबिक, ‘कोरोना संक्रमण हमेशा शुरुआती चरणों में हल्के लक्षणों के साथ आता है। हम देश में सामने आ रहे मामलों और पैटर्न में किसी भी बदलाव को बहुत सावधानी से देख रहे हैं। जहां तक बूस्टर डोज का सवाल है, स्वास्थ्य मंत्री ने संसद में कहा है कि जरूरत और समय के आधार पर वैज्ञानिक निर्णय लिया जाएगा।’
वहीं आईएलबीएस दिल्ली के निदेशक डॉ. एस के सरीन का कहना है, बूस्टर डोज जरूरी है। जब आप किसी टीके की दो खुराकें लेते हैं तो आपका सुरक्षा स्तर, विशेष रूप से 3 से 6 महीने के बाद नीचे चला जाता है। तीसरी खुराक या बूस्टर हो तो गंभीर संक्रमण, अस्पताल में भर्ती होने की संभावना कम हो जाती है।
राहुल गांधी ने पूछा- कब लेगा बूस्टर डोज
इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार से पूछा है कि देश में शेष आधी आबादी को कोरोना वैक्सीन कब लगेगी। साथ ही राहुल ने बूस्टर डोज लगाने की मांग भी की। बता दें, इसी तरह की मांग दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी की है। बकौल केजरीवाल, मैं केंद्र से दिल्ली में कोविड वैक्सीन बूस्टर खुराक की अनुमति देने की अपील करता हूं। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार उभरते संकट से निपटने के लिए तैयार है और होम आइसोलेशन पर ध्यान केंद्रित करेगी क्योंकि ज्यादातर मामलों में अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं हो सकती है।