भिलाई। छत्तीसगढ़ में दुर्ग जिले के चरोदा बीएमवाय स्थित रेलवे के यार्ड में मंगलवार की सुबह इंजन और वैगन के बीच कपलिंग जोड़ने के दौरान रेलवे कर्मी चपेट में आ गया। इंजन और वैगन के बफर के बीच में ही उक्त रेलवे कर्मी दब गया। मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह उसे रेलवे अस्पताल पहुंचाया। जहां डाक्टरों ने जांच उपरांत उसे मृत घोषित कर दिया। उक्त रेलवे कर्मी प्वाइंटरमैन के पद पर कार्यरत था और मूलतः बालाघाट का निवासी था, वर्तमान में चरोदा में किराये के मकान में निवासरत था।
चरोदा में रेलवे के ई केबिन के पास सीएफ यार्ड में सुबह सवा छहि बजे के करीब इंजन से मालगाड़ी के वैगन को जोड़ने कपलिंग की जा रही थी। यह काम प्वाइंटरमैन के पद पर कार्यरत सचिन कुमार दिववड़े कर रहा था।
बताया जाता है कि वह कपलिंग के दौरान इंजन और वैगन के बफर के बीच आ गया। बफर वाला हिस्सा उसके चेस्ट पर ही लगा। बताया जाता है कि वह कुछ देर तक वहीं दबा रह गया था।
मौके पर मौजूद कर्मियों ने देखा व लोको पायलट का जानकारी दी गई तब इंजन को पीछे कर उसे निकाला गया। बताया जाता है कि किसी तरह घायल कर्मी को वहां से रेलवे अस्पताल चरोदा पहुंचाया गया। जहां ड्यूटी पर मौजूद डाक्टर ने जांच उपरांत सचिन को मृत घोषित कर दिया।
रेलवे ने बिठाई जांच
घटना रेलवे के यार्ड में हुई। शंटिंग व कपलिंग के दौरान शंटर अथवा प्वाइंटरमैन के अलावा लोको स्टाफ व अन्य कर्मी मौजूद रहते हैं। सारे नियमों कायदों के पालन व संकेतों का पालन करते हुएा हली यह काम किया जाता है। बावजूद लापरवाही हुई और कर्मचारी की मौत हो गई। घटना के तुरंत बाद रेलवे ने इस हादसे के लिए कमेटी बना दी है। यह सीएलआई की ज्वाइंट कमेटी होगी और घटना से जुड़े हर तथ्यों की जांच कर अपनी रिपोर्ट देगी। इधर रेलवे अस्पताल से मिली रिपोर्ट के आधार पर चरोदा रेलवे शासकीय पुलिस ने भी मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। रेलवे पुलिस ने बताया कि मृतक सचिन चरोदा पंचशील नगर में किराए के मकान में रहता था।