शिक्षक दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शिक्षकों को “राष्ट्रीय पुरस्कार 2022” प्रदान किया। समारोह का आयोजन नई दिल्ली के विज्ञान भवन में किया गया। इस समारोह में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद रहे। आज शाम को विजेता शिक्षकों से पीएम मोदी बात करेंगे।
पूर्व राष्ट्रपति डॉ एस राधाकृष्ण को बताया प्रेरणास्रोत
राष्ट्रपति ने कहा, “यह अवसर महान शिक्षक-दार्शनिक और भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एस राधाकृष्णन की जयंती का प्रतीक है। मैं उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। वह उन सभी शिक्षकों के लिए एक प्रेरणा हैं जो छात्रों में ज्ञान के अलावा, मानवीय मूल्यों को स्थापित करने का प्रयास करते हैं।” इस समारोह में एजुकेशन, स्किल डेवलपमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद रहे।
राष्ट्रपति ने कहा, “शिक्षक दिवस के इस अवसर पर मैं अपने उन शिक्षकों का सादर स्मरण करती हूं जिन्होंने मुझे न सिर्फ पढ़ाया बल्कि प्यार भी दिया और संघर्ष करने की प्रेरणा भी दी। अपने परिवार व शिक्षकों के मार्गदर्शन के बल पर मैं कॉलेज जाने वाली अपने गांव की पहली बेटी बनी।” उन्होंने कहा, “हमारी संस्कृति में शिक्षक पूजनीय माने जाते हैं। मैं भी यह मानती हूं कि एक निष्ठावान शिक्षक को अपने जीवन में जिस तरह की सार्थकता का अनुभव होता है उसकी तुलना नहीं की जा सकती है।
राष्ट्रपति ने कहा, “मैं अपने जीवन के उस पक्ष को सबसे अधिक महत्व देती हूं जो शिक्षा से जुड़ा हुआ है। मैं मानती हूं कि यदि स्कूल स्तर की शिक्षा मजबूत नहीं होगी तो उच्च-शिक्षा का स्तर अच्छा नहीं हो सकता। मैं मानती हूं कि विज्ञान, साहित्य, अथवा सामाजिक शास्त्रों में मौलिक प्रतिभा का विकास मातृभाषा के द्वारा अधिक प्रभावी हो सकता है। विज्ञान और अनुसंधान के प्रति रुचि पैदा करना शिक्षकों की ज़िम्मेदारी है।”