OPEC+ production cut: ओपेक प्लस देशों ने क्रूड ऑयल प्रोडक्शन में कटौती करने का फैसला किया है। यह एनर्जी मार्केट के लिए चौंकाने वाली खबर है। इन्होंने रोजाना आधार पर 1 लाख बैरल क्रूड ऑयल कम प्रोड्यूस करने का फैसला किया है। इसे अक्टूबर के महीने से लागू किया जाएगा। एनर्जी ऐनालिस्ट्स का मानना था कि फिलहाल उत्पादन में कटौती नहीं की जाएगी।
OPEC+ production cut: ओपेक प्लस देशों ने क्रूड ऑयल प्रोडक्शन में कटौती करने का फैसला किया है। यह एनर्जी मार्केट के लिए चौंकाने वाली खबर है। इन्होंने रोजाना आधार पर 1 लाख बैरल क्रूड ऑयल कम प्रोड्यूस करने का फैसला किया है। इसे अक्टूबर के महीने से लागू किया जाएगा। एनर्जी ऐनालिस्ट्स का मानना था कि फिलहाल उत्पादन में कटौती नहीं की जाएगी। पिछले ही महीने इन देशों ने रोजाना आधार पर प्रोडक्शन 1 लाख बैरल बढ़ाने का फैसला किया था। बता दें कि अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सउदी अरब की यात्रा की थी और वहां के शासक से प्रोडक्शन बढ़ाने की अपील की थी।
कच्चे तेल में भारी उछाल
ओपेक प्लस देशों की अगली बैठक अब 5 अक्टूबर को होने वाली है। प्रोडक्शन में कटौती के फैसले से इंटरनेशनल मार्केट में कच्च तेल के भाव में उछाल देखा जा रहा है। सुबह 8 बजे ब्रेंट क्रूड इंटरनेशनल मार्केट में 3.41 फीसदी के उछाल के साथ 96.43 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर ट्रेड कर रहा था। WTI क्रूड 2.94 फीसदी की तेजी के साथ 89.81 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
कच्चे तेल में 25 फीसदी से ज्यादा का आया है सुधार
आर्थिक गतिविधियों में सुधार के बाद मार्च 2022 में कच्चे तेल का भाव कई सालों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। जून से इसकी कीमत में गिरावट का सिलसिला शुरू हुआ। उच्च स्तर से कीमत में 25 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है। आज के फैसले का बड़ा कारण रूस और पश्चिमी देशों के बीच आपसी रार को बताया जा रहा है।