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मंडी में महामाया का तगड़ा भाव, पर किसानों को नहीं मिल रहा समर्थन मूल्य का लाभ

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राजनांदगांव(दावा)। इन दिनों बसंतपुर स्थित कृषि उपज मंडी में महामाया धान अच्छी रेट में जाने से किसानों की बांछे खिली हुई है लेकिन साथ ही उनमें धान का समर्थन मूल्य नहीं मिलने से मलाल बना हुआ है। बता दे कि बसंतपुर कृषि उपज मंडी को आदर्श मंडी के रूप में तब्दील किये जाने के बाद भी किसानों को बड़ी मंडियों के तर्ज पर अपने उपज की अच्छी कीमत नहीं मिल पा रही है।
बता दे कि जिले के एकमात्र आदर्श मंडी होने के कारण बसंतपुर मंडी में अपनी फसल बेचने सैकड़ों की संख्या में किसान पहुंचते है लेकिन किसानों को बड़ी मंडी की तरह अन्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिल रहा। न तो यहां किसानों को धान की रेट संबंधी जानकारी के लिए डिस्प्ले बोर्ड लगा है और न ग्रेडिंग सुविधा है। किसानों को छ.ग. सरकार द्वारा लागू किये गये समर्थन मूल्य का लाभ भी नहीं मिल पा रहा। इससे किसानों में नाराजगी देखी जा रही है।
महामाया का तगड़ा भाव
वर्तमान में मंडी में रोजाना दो से ढाई हजार कट्टा धान की आवक बनी हुई है। वही कठानी माल लगभग 17 से 18 सौ कट्टा है सायोबीन हजार-बारह सौ कट्टा की नियमित आवक बनी हुई है और नया धान पांच से छह सौ कट्टा आ रहा है। इसमें महामाया धान जूना सर्वाधिक रेट पर बिक रहा है। वर्तमान में इसकी कीमत 2475 रूपये प्रति क्विंल जा रहा है। पिछले दिनों महामाया जूना 25 सौ रूपये के पार हो गया था। महामाया नया 2230 रूपये के उच्चत्तम मूल्य पर है। मंडी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभी मंडी में महामाया नया व जूना तथा सरना धान की अच्छी आवक बनी हुई है। सरना जूना साढ़े 15 सौ के आसपास बिक रहा है वही नया धान आईआर- 64, 1411 के भाव में जा रहा है। बता दे कि राजनांदगांव में पोहा उत्पादकों की संख्या ज्यादा होने के कारण महामाया धान की डिमांड ज्यादा रहती है। पोहा के लिए महामाया अन्य धान की अपेक्षा ठीक रहता है। इसमें क्वांलिटी आती है।
मंडी के भाव पर एक नजर
गुरूवार 13 अक्टूबर को मंडी में कुल 1807 कट्टा धान की आवक हुई जिसमें नया धान 530 कट्टा, कठानी 1702 कट्टा व नया सोयाबीन 1279 कट्टा की आवक रही। इसमें सोयाबीन का दाम सबसे उपर 4725 रूपये प्रति क्विंटल जा रहा है वही चना 4295 रूपये, लाख 3411 रूपये व लाखड़ी 3370 रूपये के उच्चत्तम मूल्य में जा रहा है। चना राधे 4750 गेंहू 2399 रूपये प्रति क्विंटल, मंूग 6800 रूपये तथा राह 6300 रूपये जा रहा है। सरसों 4811 व बटरा-बटरी 3540 व उर्दा 6800 रूपये तो रागी 1920 रूपये व कोदो 1981 रूपये प्रति क्विंटल में उठाव हो रहा है। धान की रेट में जाए तो… एच.एम.टी अपने उच्चतम मूल्य में 1970 रूपये प्रति क्विंटल आईआर 64 जूना 1600 रूपये बीपीटी-1825, टेनटेन 1580, जे.आर.1561 व आर.एम.पी. धान 1800 रूपये प्रति क्विंटल बिक रहा है।
सुविधाओं का अभाव
राजनांदगांव की गंज मंडी शुरू से ही गुलजार रही है। वर्तमान में बसंतपुर स्थित कृषि उपज मंडी में किसान धान सहित सोयाबीन व अन्य फसलों को लेकर बड़ी संख्या में पहुंचते है। पूर्व में यहां किसानों की सुविधा के लिए डिस्प्ले बोर्ड की व्यवस्था कराई गई थी जो वर्तमान में उपयोग करने लायक नहीं रह गये है। या कहनी चाहिए कि वह पूरी तरह खराब हो चुका है। किसानों की फसल की अच्छी कीमत उपलब्ध कराने के लिए ग्रेडिंग की भी व्यवस्था करने का प्रावधान था जो कि आज तक पूरी नहीं हो पाया। ऐसे में किसान ग्रेडिंग का लाभ ले पा रहे है और न डिस्प्ले की सुविधा से वे लाभान्वित हो पा रहे है जिले के एक मात्र आदर्श मंडी होने के कारण इसे देश के चुंनिदा मंडियों से जोडऩे का प्रावधान था जिसकी प्रक्रिया आज पर्यन्त पूर्ण नहीं हो पाई। मंडी में नयी समिति भी बन गई है किन्तु मंडी आदर्श मंडी की सुविधा के रूप में केवल अभावों को ही झेल रही है। मंडी पहुंचने वाली सडक़ की दुदर्शा व प्रवेश द्वार के सामने के गड्डे मंडी प्रतिनिधियों के मुंह चिढ़ाते है। किन्तु न जाने क्यों उक्त असुविधा की ओर उनका ध्यान नहीं जा पा रहा।

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