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कोविशील्ड नहीं होने से लौट रहे बूस्टर डोज लगाने वाले

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दिग्विजय स्टेडियम में मात्र तीन घंटे ही खुल रहा वैक्सीन सेंटर… लोगों को हो रही परेशानी
राजनांदगांव (दावा)।
चीन मेंं कोरोना वेरिएन्ट बी.एफ-7 के कहर मचाते ही पूरी दुनिया में एक बार फिर कोरोना का खौफ पसर गया है। चीन में कोरोना से रोजाना सैकड़ों की संख्या में हो रही मौत को देखते हुए भारत के लोग भी दहशत में है। राजनांदगांव शहर सहित पूरे जिले में भले ही कोरोना के एक्टीव केस नहीं है, इसके बाद भी प्रशासन एलर्ट हो गया है। कोरोना के संभावित प्रकोप को लेकर जिले के सभी अस्पतालों में मंगलवार को मॉकड्रिल कर व्यवस्थाओं को परखा गया। अस्पतालों में कोरोना महामारी की संभावित आमद को देखते हुए सभी प्रकार की तैयारिया पूरी कर ली गई है।

कोविशील्ड वैक्सीन की कमी
बता दे कि उपरोक्त तैयारियों के साथ-साथ ही मेडिकल कालेज हास्पिटल पेंड्री, जिला चिकित्सालय बसंतपुर, दिग्विजय स्टेडियम कक्ष व सामुदायिक हास्पिटल में भी वैक्सीनेशन का कार्य किया जा रहा है। जिला चिकित्सालय में रोजाना दर्जन भर से ज्यादा वैक्सीनेशन के लिए आ रहे है। लेकिन यहां वैक्सीन लगाने आने वाले लोग कोविशील्ड वैक्सीन नहीं होने के कारण वापस जा रहे है। यहां सिर्फ कोवैक्सीन व बच्चों को कोबैक्स वैक्सीन लगाया जा रहा है। वैक्सीन लगाने वाली नर्स हेमलता ध्रुव ने बताया कि अब कोवैक्सिीन भी आखरी आ गया है। साल के अंत में इसकी भी खेप खत्म हो जाएगी। उन्होंने बताया कि हालांकि रोजाना 12-15 लोगों को कोबैक्सीन लगाया जा रहा है। इसी तरह दर्जन भर के करीब बच्चों को कोबैक्स की डोज दी जा रही है। लेकिन जिन लोगों ने पहले से पहली व दूसरी बार कोविशील्ड वैक्सीन ले लिया है। उन्हें बुस्टर डोज के लिए कोविशील्ड का इंतजार करना पड़़ रहा है। बताया जा रहा है सप्ताह भर में नये साल की शुरूआत में कोविशील्ड की खेप आ सकती है। टीकाकरण अधिकारी डॉ. तुलावी ने बताया कि कोविशील्ड अभी स्टेट में ही नहीं आई है। आते ही जल्द उपलब्ध कराया जाएगा।

दिग्विजय में मात्र तीन घंटे सेवा
कोरोना के नये वेरिएन्ट की सुगबुगाहट के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना की टेस्टिंग भी शुरू करा दी है। दिग्विजय स्टेडियम के एक कक्ष में कोरोना टेस्टिंग की जा रही है लेकिन वहां नाम-मात्र के लोगों का टेस्टिंग के लिए आना बताया जा रहा है। स्टेडियम के एक और कक्ष में वैक्सीन सेन्टर संचालित है लेकिन यहां मेडिकल कॉलेज हास्पिटल व जिला चिकित्सालय की तरह लोगों को वैक्सीनेशन सुविधा नहीं मिल रही। सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक यहां वैक्सीनेशन की सुविधा दी जा रही है। इसके बाद वैक्सीनेशन के लिए आने वालों को भटक कर जाना पड़ रहा है। यहां के कम्प्युटर आपरेटर हर्ष देवांगन ने बताया कि रोजाना यहां भी 15-20 लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है लेकिन ज्यादातर कोविशील्ड बूस्टर डोज लगाने वाली के आने से सेवाएं नहीं दे पा रहे।

बार्डर पर की जा रही टेस्टिंग
जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा एलर्ट होकर बार्डर पर कोरोना जांच शुरू करा दी गई है। हालाकि अभी तक की जांच में कोई पाजीटिव नहीं मिला। पाटेकोहरा जांच चौकी के साथ बागनदी, चिचोला के स्वास्थ्य केन्द्रों में जांच की जा रही है। पाटेकोहरा बेरियर में महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों से होकर आने वाले प्रवासियों की कोरोना जांच किया जा रहा है। बता दे कि कोविड-19 के समय महाराष्ट्र से आने वालों ने ही सबसे पहले शहर में कोरोना फैलाया था। इससे कई लोग मौत के शिकार हुए।

मास्क को लेकर जागरूकता नहीं
इधर कोरोना के नये वेरिएन्ट की सुगबुगुहाट के चलते वैक्सीन को लेकर लोगों में जागरूकता आ रही है लेकिन मास्क लगाने को लेकर लोगों में जागरूकता नहीं दिख रही। हालांकि अस्पताल में बगैर मास्क लगाए प्रवेश निषेध किया गया है लेकिन रोजमर्रा के जीवन में बाहर निकलने व भीड़-भाड़ का अंग बनने पर मास्क लगाया जाना जरूरी नहीं समझ जा रहा। जबकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सैनिआइजिनो व मास्क लगाने सहित भीड़-भाड़ का अंग न बनने की हिदायत दे रखी है। चूंकि अभी कोरो के मामले सामने नहीं आए है इसलिए लोगों में लापरवाही देखी जा रही है। बहरहाल टीकाकारण अधिकारी डॉ. तुलावी के अनुसार कल 28 दिसम्बर को जिले मे कुल 344 लोगों को वैक्सीनेशन हुआ, वही 29 दिसम्बर गुरूवार को डोंगरगांव में 41, डोंगरगढ़ में 23 व नगर निगम क्षेत्र राजनांदगांव में 43 लोगों का टीकाकरण हुआ है। जिसकी टोटल संख्या 107 है।

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