रायपुर में हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के आखिरी दिन कृषि, युवा रोजगार शिक्षा और सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण के संकल्प लिए गए हैं। देश की राजनीति से जुड़े इन तीन महत्वपूर्ण विषयों पर कांग्रेस पार्टी ने 175 बिंदुओं पर अपना संकल्प पारित किया है। यह संकल्प कांग्रेस की आने वाली सियासी दशा दिशा को दिखाते हैं । कांग्रेस ने इन तीनों बड़े मुद्दों पर तय किया है कि किन बदलावों के साथ वह आने वाले दिनों में अपनी चुनावी राजनीति करेगी।
इन राजनीतिक संकल्पों को आसान शब्दों में समझें तो यह वह लक्ष्य है जो कांग्रेस भारत में सरकार बनाने के बाद पूरा करने की दिशा में काम करेगी। कृषि और किसान कल्याण संकल्प में मुख्य रूप से किसानों को कर्ज से बचाने, युवा और युवा शिक्षा रोजगार के संकल्प में सस्ती शिक्षा और अच्छा रोजगार युवाओं को उपलब्ध कराने की बातें हैं। सामाजिक न्याय सशक्तिकरण के संकल्प में लोगों को उनके अधिकारों से सशक्त बनाने की दिशा पर कांग्रेस ने कुछ अहम फैसले लिए हैं।
कृषि आधारित संकल्प
कांग्रेस ने तय किया है कि वह खेती बचाओ किसान और मजदूर बचाओ की थीम पर किसानों के लिए काम करेगी। ऐसी व्यवस्था करने की दिशा पर काम हो रहा है कि उपभोक्ता जब कृषि उत्पादों को खरीदे तो उसके भुगतान का कम से कम 50% हिस्सा सीधे किसानों को मिले।
कांग्रेस देश भर के किसानों को कर्ज माफी की सुविधा देने पर भी फैसला कर रही है। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद किसानों को बड़ी तादाद में ऋण माफ की सुविधा दी गई थी। इसे देश में लागू करने की तैयारी है।
कांग्रेस ने तय किया है कि एक राष्ट्रीय किसान ऋण राहत आयोग बनाया जाएगा, जो किसानों की ऋण संबंधी शिकायतों को हल करने पर काम करेगा।
ऐसा नियम भी बनाया जाएगा, जिसमें कि बकाया ऋण वसूली के लिए किसानों के खिलाफ कोई आपराधिक कार्रवाई नहीं होगी ना ही किसानों की भूमि नीलाम की जाएगी।
प्रत्येक किसान के लिए 6 लाख तक के ऋण माफी की योजना भी शुरू करने की तैयारी है।
MSP को किसानों का कानूनी अधिकार बनाने की बात तय हुई है। संकल्प लिया गया है कि एमएसपी से कम कीमत पर कृषि उपज की खरीद को दंडनीय अपराध बनाया जाएगा।
युवा शिक्षा रोजगार
कांग्रेस स्टूडेंट्स के लिए छात्रवृत्ति की स्पेशल स्कीम लाएगी, इनमें लड़कियों के लिए भी पोस्ट ग्रेजुएशन तक मुफ्त ट्यूशन छात्रवृत्ति देने का संकल्प है।
21वीं सदी की जरूरतों के हिसाब से देशभर के पाठ्यक्रम और शिक्षा तंत्र को अच्छी तरह से डिजाइन करने की बात है। जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी तकनीक को पढ़ाई से जोड़ने पर जोर दिया गया है।
कांग्रेस सेना में पुरानी भर्ती योजनाएं वापस लाने और देश सेवा इच्छा रखने वाले युवाओं को स्थाई नौकरी देने की बात कर रही है।
MSME प्रशिक्षण और मार्केटिंग से जुड़ी ट्रेनिंग, युवाओं तक पहुंचाई जाएगी।
सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में अच्छी गुणवत्ता वाली नौकरियां लाई जाएगी। कांग्रेस सरकारी क्षेत्र में विस्तार करेगी और राज्य क्षमता के विस्तार के माध्यम से अधिक सरकारी नौकरियां पैदा करेगी।
न्यूनतम वेतन गारंटी, छोटे और सूक्ष्म उद्योग उद्यमों की कमाई की स्थिरता लाएगी।
युवाओं को खेलों से जोड़ने पर जोर, कांग्रेस खेल और शारीरिक शिक्षा को स्कूली पाठ्यक्रम में अभिन्न और अनिवार्य हिस्सा बनाएगी।
सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण पर संकल्प
कांग्रेस राष्ट्रीय विकास परिषद की तर्ज पर एक नई संस्था राष्ट्रीय सामाजिक न्याय परिषद बनाएगी ।
राष्ट्रीय आर्थिक सर्वेक्षण की तर्ज पर सामाजिक न्याय रिपोर्ट की स्थिति प्रकाशित की जाएगी ।
जनगणना के साथ-साथ सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना भी कराई जाएगी।
अल्पसंख्यकों के लिए राष्ट्रीय आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया जाएगा ।
अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों के साथ भेदभाव ना हो इसके लिए रोहित वेमुला अधिनियम नाम का एक विशेष अधिनियम बनाने की तैयारी है।