मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने देश और प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सतर्कता बरतने तथा आवश्यक तैयारियां रखने के निर्देश दिए हैं। उनके निर्देश पर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने आज मंत्रालय (महानदी भवन) में अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक लेकर प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति तथा इससे बचाव व रोकथाम की व्यवस्था की समीक्षा की। बैठक में डीजीपी श्री अशोक जुनेजा, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री प्रसन्ना आर. और पुलिस महानिरीक्षक श्री अजय यादव भी शामिल हुए।
मुख्य सचिव श्री जैन ने बैठक में कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बढ़ते कोविड संक्रमण को देखते हुए चिंता व्यक्त की है और उन्होंने अत्यधिक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। श्री जैन ने सभी जिलों को कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण और रोकथाम के लिए राज्य व केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनिवार्यतः पालन करने को कहा। उन्होंने कलेक्टरों को कोविड प्रोटोकाल का गंभीरता से पालन करने और कोरोना टेस्टिंग व वैक्सीनेशन के संबंध में जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को अस्पतालों में कोविड के इलाज के लिए ऑक्सीजन सिलेण्डर सहित अन्य जीवनरक्षक उपकरणों और दवाईयों की समुचित व्यवस्था रखने को कहा।
अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी अस्पतालों में पूरी तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने आवश्यक किट्स व कन्ज्युमेबल्स के साथ पर्याप्त दवाईयों, उपकरणों और प्रशिक्षित मानव संसाधन की भी पूरी तैयारी रखने को कहा। सभी संभागों के आयुक्त, सभी जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक में शामिल हुए।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री प्रसन्ना आर. ने बैठक में बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव और रोकथाम के लिए सभी कलेक्टरों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। सभी जिलों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में कोरोना के संभावित मरीजों के सैंपल जांच के निर्देश दिए गए हैं। सैंपलों की यथासंभव आरटीपीसीआर जांच करने को कहा गया है जिससे कि पॉजिटिव पाए जाने वाले सैंपलों को व्होल जीनोम सिक्वेसिंग (Whole Genome Sequencing) के लिए भेजा जा सके। उन्होंने बताया कि जांच के लिए जरूरी किट और कन्ज्युमेबल्स पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हैं। केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप आपात स्थिति की तैयारियों को परखने अधिकांश अस्पतालों में मॉकड्रिल पूर्ण किया जा चुका है। सभी कलेक्टरों को जनसामान्य के बीच कोविड अनुकूल व्यवहारों और आवश्यक सावधानियों के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए निर्देशित किया गया है।