छत्तीसगढ़ की आदिवासी सीटें किसी भी पार्टी को सत्ता में पहुंचाने के लिए काफी अहम मानी जाती हैं। बस्तर की 12 विधानसभा सीटें अभी कांग्रेस के कब्जे में है और इसी को बरकरार रखने के लिए कांग्रेस अपने संभागीय सम्मेलन की शुरुआत बस्तर से ही करने जा रही है। पहले यह सम्मेलन 26 मई को आयोजित किया जाने वाला था लेकिन दिल्ली में होने वाली बैठक की तिथि बदलने के कारण बस्तर के सम्मेलन की तिथि भी परिवर्तित कर दी गई है।
बताया गया है कि बस्तर में अब संभागीय सम्मेलन दो जून को आयोजित किया जाएगा। साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पास बस्तर की 11 सीटें थी लेकिन भाजपा विधायक भीमा मंडावी के नक्सली हमले में निधन के बाद खाली हुई सीट पर उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की।
इसके बाद से सभी सीटें कांग्रेस के पास है? यही वजह है कि भाजपा भी बस्तर पर अपना पूरा फोकस कर रही है। लेकिन कांग्रेस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को कोई मौका नहीं देना चाह रही है यही वजह है कि जब भी मौका मिलता है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद भी बस्तर के दौरे पर रहते हैं।
बूथ कमेटियों का रिव्यू भी
कांग्रेस ने 2018 के चुनाव में बूथ मैनेजमेंट पर सबसे ज्यादा फाेकस किया था। इस बार भी कांग्रेस अपने सभी संभागों के बूथ कमेटियों का रिव्यू कर रही है। सूत्रों का कहना है कि बस्तर के बूथ कमेटी का रिव्यू बाकी है इसलिए संभागीय सम्मेलन के सहारे इसका रिव्यू भी किया जाएगा।
कमजाेर सीट पर जोर
बस्तर की 12 सीटें भले ही अभी कांग्रेस के पास हैं लेकिन इनमें से कुछ सीटों पर वर्तमान विधायकों का प्रदर्शन काफी कमजोर है। इसे देखते हुए सम्मेलन में स्थानीय कार्यकर्ताआें से इसके बारे में फीडबैक भी लिया जाएगा। विधायकों के बदलाव पर भी मंथन किया जाएगा।
दिल्ली में होने वाले चुनावी मंथन की भी देंगे जानकारी
संभागीय सम्मेलन के पहले 27 मई को दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों के संबंध में समीक्षा बैठक लेंगे। इस बैठक में सीएम भूपेश बघेल, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम आैर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के अलावा प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा और प्रभारी सहसचिव विजय जांगिड़ भी मौजूद रहेंगे। बताया गया है कि सिंहदेव को आस्ट्रेलिया दौरे से बुलाया गया है। सिंहदेव 12 जून तक आस्ट्रेलिया के दौरे पर थे। बैठक में राज्य सरकार की योजनाओं और संगठन के कामकाज की जानकारी ली जाएगी।
सम्मेलन में बताएंगे सरकार की बड़ी योजनाएं
बताया गया है कि इस सम्मेलन में राज्य सरकार द्वारा आदिवासी क्षेत्रों के लिए चलाई जा रही योजनाआें की एक प्रदर्शन भी लगाई जाएगी। इसे लोगों तक पहुंचाने के लिए रुपरेखा तैयार की जाएगी। क्योंकि कई योजनाएं इन क्षेत्रों के विकास के लिए चलाई जा रही है लेकिन अधिकांश लोगों को इसकी जानकारी नहीं है।
- मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना
- मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना
- आदिवासी स्वरोजगार योजना
- देवगुड़ी योजना
- अनुसूचित जाति/जनजाति/ओबीसी के छात्रों के लिए पोस्ट–मेट्रिक छात्रवृत्ति योजना
- पंडित जवाहर लाल नेहरू उत्कर्ष योजना
- आदिवासी नृत्य महोत्सव।