देश में लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के लिए मतदान कल शाम 6 बजे तक संपन्न हो जाएगा. इसके साथ ही एग्जिट पोल भी सामने आ जाएंगे. 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे भी सामने आ जाएंगे. अब तक चुनाव शांति के साथ पूरे हुए हैं. मगर अब एक बड़ी साजिश की खबर सामने आ रही है. अमेरिकी कंपनी ओपनएआई का दावा है कि उसने ऐसे गुप्त अभियानों को रोका है, जो भारत में चुनावों पर असर डालने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल का उपयोग करने की कोशिश कर रहे थे. लोकसभा चुनावों के नतीजे घोषित होने से ठीक 4 दिन पहले यह एक चौंकाने वाला खुलासा किया गया है.
ओपनएआई की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इजरायल स्थित एक नेटवर्क ने ‘भारत पर केंद्रित टिप्पणियां बनाना शुरू कर दिया. जिसमें सत्तारूढ़ भाजपा पार्टी की आलोचना की गई और विपक्षी कांग्रेस पार्टी की प्रशंसा की गई.’ ‘इंडिया टुडे’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय चुनावों पर केंद्रित इस गतिविधि को मई में देखा गया था. ओपनएआई की रिपोर्ट में उन अभियानों का हवाला दिया गया है, जिनमें एआई का उपयोग गुप्त अभियानों के लिए किया गया था. उन अभियानों का उपयोग जनता की राय में हेरफेर करने या राजनीतिक नतीजों को प्रभावित करने के लिए किया गया था.
ओपनएआई की रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि ‘जबकि हमने इन खतरनाक फर्मों को कई तरह से हमारे मॉडल का उपयोग करते हुए देखा.’ रिपोर्ट में आगे दावा किया गया है कि इजरायल से संचालित अकाउंट्स के एक समूह का उपयोग गुप्त अभियानों के लिए कंटेंट बनाने और एडिटिंग करने के लिए किया गया था. यह कंटेंट एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम, वेबसाइट और यूट्यूब पर शेयर किया गया थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘मई की शुरुआत में इस नेटवर्क ने अंग्रेजी भाषा के कंटेंट के साथ भारत में दर्शकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया.’
इस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि ‘यह बिल्कुल साफ है कि भाजपा कुछ भारतीय राजनीतिक दलों द्वारा या उनकी ओर से फैलाई जा रही गलत सूचना और विदेशी हस्तक्षेप का निशाना थी और है.’ उन्होंने इसे देश के लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा बताया.