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कलेक्टर ने कलेक्टोरेट परिसर में किया पौधरोपण

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लेक्टर ने कलेक्टोरेट परिसर में किया पौधरोपण

– सभी पौधरोपण करने के साथ ही पौधों को संरक्षित करने की भी जिम्मेदारी लें – कलेक्टर

– कलेक्टर आरसेटी बरगा में किया पौधरोपण

– मनरेगा के तहत किए जा रहे कार्यों का किया अवलोकन

– महिलाओं को जल संरक्षण तथा पौधरोपण के लिए किया प्रोत्साहित

– छायादार एवं फलदार पौधे लगाएं

राजनांदगांव: 05 मई 2024 विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने आज कलेक्टोरेट परिसर में पौधरोपण किया। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह एवं अन्य सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भी पौधरोपण किया। कलेक्टर ने जामुन, नीम जैसे पौधे कलेक्टोरेट परिसर में रोपित किए।

उन्होंने कहा कि सभी पौधरोपण करने के साथ ही पौधों को संरक्षित करने की भी जिम्मेदारी लें और प्रतिदिन पौधों में पानी दें। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जिन्हें बागवानी में रूचि है, ऐसे लोगों का एक समूह बनायें और कलेक्टोरेट के गार्डन को और खुबसूरत और अच्छा बनायें।

कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्था ग्राम बरगा में पौधरोपण किया। इस दौरान उन्होंने वहां लगाए गए अमरूद, चीकू, आम, बेर, पपीता, केला एवं अन्य पौधों का अवलोकन किया।

उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण केन्द्र में समूह की महिलाओं एवं अन्य लोगों को विभिन्न गतिविधियों से संबंधित अच्छा प्रशिक्षण दें। इस दौरान वे स्वरोजगार के लिए किए जा रहे अपने अनुभवों एवं गतिवधियों को भी साझा करें, जिससे दूसरों को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि मुनगा के पौधे जरूर लगाएं।

उन्होंने डबरी में मछली पालन करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री अग्रवाल ने इस दौरान मनरेगा के तहत किए जा रहे कार्यों का अवलोकन किया। कलेक्टर इस दौरान महिलाओं से रूबरू हुए और उन्हें जल संरक्षण तथा पौधरोपण के लिए प्रोत्साहित किया तथा उनकी समस्याएं भी सुनी। उन्होंने कहा कि डबरी निर्माण जल संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कार्य है।

जमीन में मिट्टी बनी रहे, इसके लिए पौधरोपण जरूरी है। डबरी से जल संरक्षण होने पर पौधों को पानी मिलेगा और भू-जल का स्तर भी बढ़ेगा। उन्होंने महिलाओं से कहा कि छायादार एवं फलदार पौधे लगाएं। इसके लिए राशि भी प्रदान की जाएगी। कोशिश करने से सफलता जरूर मिलती है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जल संरक्षण के लिए जिले में लगातार प्रयास किया जा रहा है।

धान के बदले ऐसी फसल लेना चाहिए जिसमें कम पानी की आवश्यकता होती है। मनरेगा अंतर्गत आप सभी को न केवल रोजगार मिला है, बल्कि गांव की बेहतरी के लिए आप सभी कार्य कर रहे हैं।

जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह ने कहा कि छतों में जल के संरक्षण के लिए व्यवस्था करें तथा सोख्ता गड्ढा भी बनवाएं। जिससे भू-जल में बढ़ोत्तरी होगी। महिलाओं से कहा कि मनरेगा के अंतर्गत डबरी निर्माण के माध्यम से आप सभी को रोजगार मिला है। इसके साथ ही जल संरक्षण के लिए भी कार्य किया जा रहा है।

जिसका फायदा सभी ग्रामवासियों को आगे मिलेगा। इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर श्रीमती सरस्वती बंजारे, उप संचालक पंचायत श्री देवेन्द्र कौशिक, मनरेगा के श्री फैज मेनन एवं ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्था बरगा के प्रशिक्षण अधिकारी श्री रणजीत सिंह एवं अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

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