लोकसभा चुनाव-2024 का रिजल्ट आने के बाद NDA खेमे में सरकार बनाने की सुगबुगाहट तेज हो गई है. बुधवार शाम को NDA के घटक दलों की दिल्ली में महत्वपूर्ण बैठक हुई. इसमें नरेंद्र मोदी के साथ ही भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, चिराग पासवान, TDP प्रमुख चंद्रबाबू नायडू, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जैसे दिग्गज नेता शामिल हुए. सभी सहयोगी दलों ने Modi 3.0 को अपना पूरा समर्थन देने की बात कही. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तो यहां तक कहा कि सरकार बनने में देरी नहीं होनी चाहिए. इस बीच, सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर सामने आई है. सीएम नीतीश कुमार ने कैबिनेट में तीन मंत्री पद मांगे हैं. वहीं, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने दो मंत्री पद की डिमांड की है. सत्र बताते हैं कि नीतीश कुमार ने रेल मंत्रालय की मांग की है.
एनडीए लगातार तीसरी बार केंद्र की सत्ता में आ रहा है. इसको लेकर दिल्ली में गठबंधन के घटक दलों की बुधवार शाम को महत्वपूर्ण बैठक हुई. सूत्रों के अनुसार, नीतीश कुमार ने एनडीए की नई सरकार में 3 कैबिनेट मंत्रालय की मांग की है. बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार ने रेल मंत्रालय की मांग की है. अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में नीतीश कुमार ने रेल मंत्रालय संभाला था. अब एक बार फिर से उन्होंने इस मंत्रालय की मांग की है. बता दें कि नीतीश की पार्टी जेडीयू ने 12 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की है. दूसरी तरफ, शिवसेना (शिंदे गुट) के प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने 2 मंत्री पद की डिमांड की है.
नीतीश कुमार का फुल सपोर्ट का ऐलान
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर राजनीतिक कयासबाजी का दौर लगातार चलता रहता है. लोकसभा चुनाव का परिणाम सामने आने के बाद एक बार फिर से नीतीश कुमार को लेकर बातें और चर्चाओं कादौर शुरू हो गया था. एनडीए की बुधवार शाम को हुई बैठक में इस तरह की कयासबाजियों पर विराम लग गया. नीतीश कुमार ने न केवल एनडीए के साथ बने रहने और नरेंद्र मोदी को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने की बात कही, बल्कि जल्द से जल्द सरकार बनाने पर भी जोर दिया.
लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद बढ़ी सरगर्मी
लोकसभा चुनाव का परिणाम सामने आने के बाद से दिल्ली में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. बता दें कि बीजेपी 240 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर सामने आई है, जबकि एनडीए को पूर्ण बहुमत हासिल हुआ है. एनडीए को 292 सीटें मिली हैं. वहीं, कांग्रेस के खाते में 99 सीटें गई हैं और वह दूसरे नंबर की पार्टी के तौर पर सामने आई है.