जीते 33, लेकिन 72 सीटों पर टेंशन दे गया रिजल्ट, योगी आदित्यनाथ को मिली बड़ी चुनौती
लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे सामने आने के बाद अब मोदी कैबिनेट 3.0 के शपथ की तैयारी शुरू हो गई है. इन सबके बीच बीजेपी को एक बात सता रहा है
कि आखिर उत्तर प्रदेश में हार कैसे मिली? यूपी में कहां और किस लेवल पर पार्टी से चूक हो गई? यूपी से बीजेपी को काफी उम्मीदें थी और यहीं से एक तरह से पार्टी को सबसे बड़ा झटका लगा है. यहां से बीजेपी के 49 में से 27 मौजूदा सांसदों को हार का सामना करना पड़ा. बीजेपी ने इस बार 54 ऐसे कैंडिडेट्स को मैदान में उतार था जो 2019 में भी लोकसभा चुनाव लड़ चके थे. हालांकि 31 चेहरे चुनाव हार गए.
टीओआई के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में बीजेपी के वोट शेयर में बड़ी गिरावट हुई. 2019 में पार्टी का वोट पर्सेंट 49.6 फीसदी था, जो इस बार 41.4 फीसदी हो गई. इतना ही नहीं 75 में से 72 लोकसभा सीट ऐसे है जहां बीजेपी को मिले वोट में भी 2 लाख तक की गिरावट आई है.
यूपी के वो लोकसभा क्षेत्र जहां बीजेपी को कम वोट मिले उसमें पीएम मोदी की सीट वाराणसी, सीएम योगी का क्षेत्र गोरखपुर, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह की सीट लखनऊ, फैजाबाद और अयोध्या भी शामिल है.
कहां मिले ज्यादा वोट
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी को सबसे ज्यादा वोट गौतम बुद्ध नगर, बरेली और कौशांबी में मिले. हालांकि, 2019 के मुकाबले 2024 के चुनाव में भी इस सीटों पर बीजेपी का वोट शेयर थोड़ा कम ही था.
उत्तर प्रदेश में इस बार 8.8 करोड़ वोट पड़े, जिसमें से बीजेपी को करीब 3.6 करोड़ वोट ही मिले. माना जा रहा है कि बीजेपी के वोट शेयर में गिरावट का सबसे बड़ा कारण यह है कि पार्टी ने बिजनौर, बागपत और घोसी सीट से चुनाव नहीं लड़ा. अगर 2019 और 2024 चुनाव को देखें तो 75 सीट जिस पर बीजेपी ने दोनों चुनाव लड़ा, उसमें पार्टी का वोट शेयर करीब 50 लाख कम हुआ है