अयोध्या में राम मंदिर की सुरक्षा को लेकर मोदी सरकार बड़ा फैसला लेने जा रही है. सरकार अयोध्या में NSG सेंटर खोलने पर विचार कर रही है. सूत्रों के मुताबिक, अभी प्रपोजल तैयार किया जा रहा है, फैसले पर अंतिम मुहर गृह मंत्रालय लगाएगा.
अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो गया है. इसी साल 22 जनवरी को पीएम मोदी ने राम मंदिर का उद्घाटन और राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की थी. इसके बाद से ही हर रोज हजारों-लाखों श्रद्धालु राम मंदिर के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. बताया जा रहा है कि अयोध्या में राम मंदिर की सुरक्षा के मद्देनजर और श्रद्धालुओं के मूवमेंट को देखकर एनएसजी कमांडो सेंटर खोलने की तैयारी कर रही है.
NSG-ITBP को लेकर हो सकता है बदलाव
केंद्र सरकार वीआईपी की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है. नये मंत्रियों के प्रभार संभालने और अत्यधिक जोखिम का सामना कर रहे एक दर्जन से अधिक व्यक्तियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी एनएसजी और आईटीबीपी से अन्य अर्द्धसैनिक बलों को हस्तांतरित की जा सकती है.
सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि गृह मंत्रालय के तहत आने वाले इस महत्वपूर्ण विषय की समीक्षा जल्द ही किये जाने की उम्मीद है और विभिन्न राजनीतिक हस्तियों, पूर्व मंत्रियों, सेवानिवृत्त नौकरशाहों तथा कुछ अन्य लोगों को दिया गया सुरक्षा कवर या तो वापस ले लिया जाएगा, घटाया जाएगा या बढ़ा दिया जाएगा. सूत्रों ने बताया कि यह भी निर्णय लिया गया है कि VIP की सुरक्षा ड्यूटी से ‘ब्लैक कैट’ कमांडो को पूरी तरह से हटाने के काफी समय से लंबित प्रस्ताव को अब लागू किया जाएगा और सभी नौ व्यक्तियों की ‘जेड-प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की वीआईपी सुरक्षा इकाई को सौंपी जाएगी.
उन्होंने बताया कि इसी तरह से सीमा की पहरेदारी करने वाले बल भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के कर्मियों द्वारा कुछ वीआईपी को दी जा रही सुरक्षा सीआरपीएफ या केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की वीआईपी सुरक्षा इकाई विशेष सुरक्षा समूह (एसएसजी) को सौंपी जा सकती है.