परमानेंट अकाउंट नंबर यानी पैन कार्ड (PAN Card) एक जरूरी दस्तावेज है. पैन कार्ड का इस्तेमाल न केवल टैक्स से जुड़े कामों के लिए बल्कि पहचान पत्र के रूप में भी किया जाता है. पिछले कुछ समय से लोगों के पैन कार्ड के गलत इस्तेमाल की खबरें आ रही हैं. अब स्कैमर्स मृतकों, किसानों और महिलाओं के साथ पैन फ्रॉड कर रहे हैं क्योंकि ये पैन फ्रॉड करने वालों के सबसे आसान लक्ष्य होते हैं. आपको अच्छे सिबिल स्कोर देखकर हमेशा खुश नहीं होना चाहिए क्योंकि हो सकता है कि स्कैमर्स आपके पैन कार्ड का दुरुपयोग कर लोन लिया हो.
हाल ही में मुंबई की एक महिला ने अपने पैन के कथित दुरुपयोग के लिए इनकम टैक्स अपीलेट ट्रिब्यूनल (ITAT) लेवल तक मुकदमा करना पड़ा. हालांकि अशिक्षित और कैंसर रोगी होने के कारण महिला ने इनकम नोटिस का जवाब नहीं दिया. इसके बाद सुनवाई के दौरान महिला के वकील ने कहा कि प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में उसके पैन का दुरुपयोग किया गया था.
मृतक को मिला 7.5 करोड़ रुपये का इनकम टैक्स नोटिस
इस तरह के फ्रॉड के कई मामले सामने आ चुके हैं. मध्य प्रदेश के बैतूल जिले की उषा सोनी की मौत के एक दशक बाद 7.5 करोड़ रुपये का इनकम टैक्स नोटिस जारी किया गया था. वहीं, राजस्थान के एक छोटे दुकानदार नंद लाल ने 12.2 करोड़ रुपये का इनकम टैक्स नोटिस मिलने के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.
किसी को भी PAN की जानकारी देने से बचें
पैन फ्रॉड से बचने के लिए हमें किसी को भी अपने पैन की जानकारी देने से बचना चाहिए. सरकार के गाइडलाइंस के मुताबिक, जहां पैन का इस्तेमाल करना जरूरी है, वहीं इसकी जानकारी शेयर करनी चाहिए. टीओआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सीबीडीटी ने बताया कि वर्तमान में पैन डेटाबेस में 70 करोड़ से ज्यादा लोग हैं. इसको आधार से लिंक किया गया था ताकि इसके दुरुपयोग से बचाया जा सके.
चेक करें AIS
पैन कार्ड से जुड़े फ्रॉड से बचने के लिए टैक्सपेयर्स को हर कुछ हफ्तों में अपनी एनुअल इनफॉरमेशन स्टेटमेंट (AIS) की जांच करनी चाहिए. जैसे ही एआईएस में कुछ गलत एंट्री मिलती है तो तुरंत एआईएस सिस्टम में फीडबैक दें और गलत एंट्री को चिन्हित करें. अगर गलती को सुधारा नहीं गया तो पुलिस में एफआईआर दर्ज करें