दंतेवाड़ा: मानसून की एंट्री के बाद पहली बार बस्तर में लगातार 2 दिनों से लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने दंतेवाड़ा जिले में सबसे अधिक 87MM बारिश दर्ज की है। दंतेवाड़ा के रोंजे गांव में आकाशीय बिजली गिरने से 6 से 7 मवेशियों की मौत हो गई है।
बुधवार की शाम 3 से 4 बजे के बीच दंतेवाड़ा, जगदलपुर, बीजापुर समेत अन्य इलाकों में बारिश शुरू हुई थी। रातभर जमकर बदरा बरसे। वहीं गुरुवार की सुबह कुछ देर के लिए मौसम खुला था, लेकिन दोपहर बाद फिर से बारिश शुरू हो गई। रात में भी मौसम की झमाझम हुई।
इधर, बस्तर में बारिश की वजह से पारा भी लुढक़ा है, लेकिन 34 डिग्री के साथ कांकेर सबसे ज्यादा गर्म रहा, जबकि नारायणपुर में सबसे कम 27.7 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है।
ऐसा रहा तामपान
इसके अलावा बीजापुर में 30.5 डिग्री, दंतेवाड़ा में 29.7 डिग्री, बस्तर में 31.4 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है। इसके अलावा बस्तर में 61.2 MM, नारायणपुर में 7.3 MM, कांकेर में 27.3 MM, कोंडागांव में 68.2 MM, बीजापुर में 10 और सुकमा में 50.1 MM बारिश दर्ज की गई है।
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो आज भी बस्तर संभाग के जिलों में बारिश हो सकती है
ऐसे बन रहा सिस्टम
एक चक्रवर्ती परिसंचरण उत्तर-पश्चिम और पश्चिम मध्य से सटे बंगाल की खाड़ी के ऊपर समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर स्थित है। जो ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम दिशा में झुका हुआ है।
एक द्रोणिका मध्य गुजरात के ऊपर स्थित चक्रवाती परिसंचरण से लेकर पूर्वी राजस्थान, उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश होते हुए पश्चिम बिहार तक औसत समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर स्थित है।
औसत समुद्र तल से 3.1 और 5.8 किमी ऊपर 17°N के साथ लगभग एक कतरनी क्षेत्र बना हुआ है। जो ऊंचाई के साथ दक्षिण दिशा में झुका हुआ है। जिसे प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश की संभावना बनी हुई है।