माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में आया टेक्निकल ग्लिच शुक्रवार को देश के तमाम एयरपोर्ट्स को करीब दो दशक पीछे ले गया. आज देश के तमाम एयरपोर्ट की हालत बिल्कुल वैसी ही थी, जैसा कभी 90 के दशक में हुआ करता था. न ही एयरपोर्ट के बाहर फ्लाइट की लाइव इंफॉर्मेशन हुआ करती थी और न ही एयरपोर्ट के अंदर प्रिंटेड बोर्डिंग पास मिला करते थे. उस दौर में वेब चेकइन और चेक इन कियोस्क की तो किसी ने कल्पना भी नहीं की थी.
दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट की बात करें तो वहां आज स्थिति बिल्कुल वैसी ही बनी हुई थी. एयरपोर्ट टर्मिनल के बाहर फ्लाइट चेकइन की लाइव इंफॉर्मेशन दिखाने वाले डिस्प्ले बोर्ड तो थे, लेकिन ज्यादातर बंद पड़े हुए थे. यात्री अपनी फ्लाइट का चेकइन स्टेटस जानने के लिए कभी फोन पर इंटरनेट खंगाल रहे थे, तो कभी एयरपोर्ट टर्मिनल के बाहर मौजूद एयरलाइन या एयरपोर्ट स्टाफ से फ्लाइट की स्थिति के बारे में पूछ रहे थे.
ठप्प पड़े थे बोर्डिग पास कियोस्क, अंदर लगी थीं लंबी कतारें
इसके अलावा, टर्मिनल थ्री के बाहर लगे हुए बोर्डिंग पास कियोस्क भी पूरी तरह से ठप्प पड़े थे. टर्मिनल के भीतर एयरलाइंस काउंटर पर लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई थीं. लगभग लिखने का अभ्यास भूल चुके एयरलाइन स्टाफ को मैनुअल बोर्डिंग पास जारी करने में एक समय के बाद खासी मशक्कत करनी पड़ रही थी. वहीं, बैगेज का वेट और एक्सेस बैगेज के भुगतान को लेकर भी यात्रियों और एयरलाइंस स्टाफ के बीच असमंजस की स्थिति थी.
थोड़ा और अंदर चले, तो सिक्योरिटी होल्ड एरिया और बोर्डिंग गेट एरिया में बंद पड़े इंफॉर्मेशन डिस्प्ले बोर्ड की वजह से यात्रियों को अपनी फ्लाइट की बोर्डिंग के बारे में भी जानकारी नहीं मिल पा रही थी. ऐसे में, ज्यादातर यात्री फ्लाइट छूटने के डर से बोर्डिग एरिया गेट में जमे हुए थे. इसके अलावा, माइक्रोसॉफ्ट सर्वर में आई तकनीकी खराबी के चलते यात्री आज अपना वेब चेकइन भी नहीं करा पा रहे थे.
टिकट बुक करा रहे यात्रियों के फंसे रुपए
वेब चेकइन बंद होने की वजह से यात्री न ही अपना ऑनलाइन बोर्डिग पास हासिल कर पा रहे थे और न ही वह एयरक्राफ्ट में मनचाही सीट और जलपान की सुविधा ले पा रहे थे. वहीं, चेकइन काउंटर पर भी पेड सीट के भुगतान और जलपान के भुगतान को लेकर खासा घमासान मचा हुआ था.
दिल्ली से मुंबई जा रहे सुरेंद्र कुमार नामक यात्री ने बताया कि वह मुंबई से दिल्ली वापस आने के लिए इंडिगो एयरलाइंस की टिकट बुक करा रहे थे. इस प्रक्रिया में उन्होंने टिकट की राशि का भुगतान कर दिया और उनके एकाउंट से रुपए भी कट गए. लेकिन, टिकट का पीएनआर पेंडिंग में चला गया. इस बाबत, उन्होंने कई बार एयरलाइंस के कस्टमर केयर में भी संपर्क किया, लेकिन वहां से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है. एयरपोर्ट पर फिलहाल उन्हें पेमेंट का स्क्रीन शॉट देने को कहा गया है. इसके आगे उन्हें पता नहीं चला कि क्या होगा.