आम बजट की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. 23 जुलाई यानी कल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी. चूंकि, यह सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट है इसलिए देश का आम आदमी कई उम्मीदें लगाकर बैठा है. किसानों से लेकर नौकरीपेशा, नौजवान, महिलाएं और सरकारी कर्मचारी भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से नए ऐलानों की उम्मीद कर रहे हैं. देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग बजट को लेकर अपनी राय जाहिर कर रहे हैं. इसी कड़ी में संगम नगरी, प्रयागराज में नौकरी पेशा लोगों ने बजट को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से कई मांगें की हैं. न्यूज18 के संवाददाता ने प्रयागराज में आगामी आम बजट को लेकर लोगों की प्रतिक्रियाएं लीं. इस दौरान लोगों ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को सुझाव भी दिए और कुछ मांगें भी कीं. इनमें से ज्यादातर लोगों ने कहा कि बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा जाना चाहिए.
संगम नगरी में सजी ‘बजट चौपाल’
संसद में बजट पेश होने से पहले लोगों ने वित्त मंत्री से कई अहम मांगें कीं. इनमें महंगाई, आयकर, बैंक ब्याज पर लगने वाले कर से लेकर शिक्षा जैसे मुद्दों पर राहत देने की अपील की.
पेट्रोल डीजल और रसोई गैस की कीमतों को भी काम किया जाना चाहिए.
-पिछले 10 साल में आयकर की सीमा में कोई ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है, इसलिए इनकम टैक्स लिमिट को बढ़कर नौकरी पैसा लोगों को राहत दी जानी चाहिए.
-बैंक में फिक्स डिपाजिट और अन्य स्कीमों में 10,000 से ज्यादा ब्याज मिलने पर भी टैक्स लगता है, यह टैक्स बंद होना चाहिए.
-लोगों का मानना है कि प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा यहां तक की आईआईटी जैसे उच्च तकनीकी संस्थानों में भी शिक्षा पूरी तरह से मुफ्त होनी चाहिए. ताकि गरीब भी अपने बच्चों को बड़े संस्थानों में पढ़ा सके.