अक्षय को यह अच्छी तरह पता था कि वह जो करने जा रहा है, वह न केवल गैरकानूनी है, बल्कि उसके लिए बड़ी मुसीबत भी खड़ी कर सकता है. लेकिन, 47 लाख रुपए के लालच में अक्षय को कुछ भी नजर नहीं आ रहा है. लाखों के लालच में फंसे अक्षय ने 12वीं पास युवक के साथ मिलकर एक ऐसा खेल खेला, जिसकी वजह से दिल्ली से लेकर चीन तक हलचल मच गई. इस मामले में इंटेलिजेंस ब्यूरो के हरकत में आने के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसमें पहला आरोपी खुद अक्षय है और दूसरा आरोपी 12वीं पास कुलदीप सिंह नामक युवक है.
आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस उपायुक्त उषा रंगनानी के अनुसार, करीब साल पहले अपनी ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद 21 वर्षीय अक्षय की दोस्ती एक ऐसे युवक से हो गई, जो विदेश भेजने के नाम पर नौजवानों को धोखाधड़ी करता था. एक झटके में मोटी रकम के लालच में अक्षय ने भी अपने दोस्तों के साथ जालसाजी का काम शुरू कर दिया. लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए उसने हरियाणा के कुरुक्षेत्र इलाके में ‘फ्लाई हाई’ के नाम से कुछ महीनों पहले एक ऑफिस खोला और एयरलाइंस टिकट बुकिंग के साथ लोगों को विदेश भेजने का काम शुरू कर दिया.
पूछताछ में आरोपी अक्षय ने बताया कि अमेरिका जाने के इरादे से कुलदीप सिंह उसके पास आया था. दोनों के बीच 47 लाख रुपए में डील तय हुई थी. डील में दुबई, चीन, सुरीनाम, ग्वाटेमाला और यूएस के वीजा के साथ एयर टिकट का खर्च शामिल था. डील के तहत, यह भी तय हुआ कि कुलदीप अमेरिका पहुंचने के बाद ही 47 लाख रुपए का भुगतान करेगा. अक्षय को अच्छी तरह पता था कि 12वीं पास कुलदीप किसी भी सूरत में वर्क वीजा पर अमेरिका नहीं जा सकता है. लिहाजा, उसने कुलदीप को डंकी रूट से अमेरिका जाने के लिए राजी कर लिया.
कुलदीप के हामी भरते ही अक्षय ने दुबई, चीन, सुरीनाम और ग्वाटेमाला के वीजा-टिकट की व्यवस्था कर दी. कुलदीप दिल्ली एयरपोर्ट से दुबई के लिए रवाना हो गया. इसके बाद, वह दुबई से चीन भी पहुंच गया. लेकिन, चीन में वह इमिग्रेशन अफसर के सवालों का जवाब नहीं दे सका. जिसके चलते, उसे दिल्ली एयरपोर्ट के लिए डिपोर्ट कर दिया गया. वहीं दिल्ली एयरपेार्ट पहुंचने के बाद इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के अंतर्गत आने वाली एजेंसी इमिग्रेशन ब्यूरो ने कुलदीप को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. पूछताछ के दौरान, कुलदीप के पासपोर्ट पर दिल्ली इमिग्रेशन ब्यूरो की फर्जी स्टैंप भी पाई गई.कुलदीप के कबूलनामे और पासपोर्ट पर लगी फर्जी इमिग्रेशन स्टैंप के आधार पर मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार लिया गया. वहीं, कुलदीप की निशानदेही पर आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने अक्षय को भी गिरफ्तार कर लिया है.