छत्तीसगढ़ में बिगड़ती कानून व्यवस्था सहित कई मुद्दों को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी आज छत्तीसगढ़ विधानसभा का घेराव करने वाली है. कांग्रेस के प्रदर्शन के मद्देनजर राजधानी रायपुर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. विधानसभा की तरफ आने-जाने वाले रास्तों पर पुलिस ने 5 लेयर की बैरिकेडिंग कर दी है. बता दें कि विपक्ष में आने के बाद इसे कांग्रेस का सबसे बड़ा प्रदर्शन भी माना जा रहा है. प्रदर्शन को देखते हुए प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने मंडी गेट, अवंती चौक से लेकर विधानसभा के रास्ते पड़ने वाली स्कूलों में छु्ट्टी रहने का फैसला लिया है. बता दें कि मंडी गेट से लेकर मोवा रोड सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक बंद रहेगी. पुलिस ने लोगों ने लिए दूसरे रूट का चार्ट भी जारी किया है.
कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए रायपुर ट्रैफिक पुलिस ने रूट चार्ट जारी किया है. पंडरी रोड शाम 5 बजे तक बंद रहेगा. इस दौरान लोग डायवर्टेड रूट का इस्तेमाल कर सकते हैं. प्रदर्शन के रूट में पड़ने वाली स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेस होंगी. वहीं सुरक्षा के लिहाज से दूसरे स्कूल और कॉलेजों में भी वैकल्पिक व्यवस्थान बनाने के निर्देश दिए गए हैं.
पंडरी कपड़ा मार्केट से मंडी गेट की ओर जाने वाली सड़क बंद रहेगी
अवंति बाई चौक से मंडी गेट और पंडरी की ओर जाने वाला रास्ता बंद रहेगा
मंडी गेट चौक से मेन रोड पंडरी की ओर जाना वाला रास्ता बंद रहेगा
ज्ञानगंगा चौक, बरौदा और विधानसभा ब्रिज से डायवर्ट विधानसभा चौक ओर जाने वाला रास्ता बंद रहेगा
पंडरी की ओर जाने वाले मेन रोड पर आवाजाही सुबह 10 बजे से बंद रहेगी. इस रास्ते के बंद होने की वजह से आपको दूसरे डायवर्टेड रूट का इस्तेमाल करना होगा
बलौदाबाजार की ओर से रायपुर आने-वाले लोग डीपीएस स्कूल के पास नहर मार्ग से बाराडोर-रिंग रोड नंबर 3, राजू ढाबा एनएच तेलीबांधा थाने वाले रास्ते से रायपुर आ सकते हैं
आमासिवनी और सड्डू की ओर से रायपुर शहर आने-जाने लोग वीआईपी टर्निंग-अशोका रतन के सामने से श्रीरामनगर ओवरब्रिज-शंकरनगर चौर होकर आ सकते हैं
पंडरी और देवेंद्र नगर की ओर से मोवा या दलदल सिवनी की ओर जाने वाले लोग देवेंद्र नगर-मंडी चौक-कांपा रेलवे क्रॉसिंग से लेकर आना जाना कर सकते हैं.
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने कहा कि राज्य का लॉ एंड ऑर्डर चरमरा रहा है. सरकार का ध्यान शासन में नहीं, विरोधियों को टारगेट करने का है. कांग्रेस के लोगों को परेशान किया जा रहा है. केंद्रीय बजट में भी देखा गया कि यह सरकार बचाने का बजट रहा. बजट में छत्तीसगढ़ राज्य को क्या मिला, यह ढूंढने से नहीं मिल रहा है. 2024 के इस बजट से महंगाई कम होने के आसार नहीं दिख रहे. उन्होंने कहा कि हमें शौक नहीं है प्रदर्शन का. प्रदेश में रोज घटनाएं हो रही है. शासन का काम केवल आश्वासन देना नहीं होता, बल्कि ठोस कार्रवाई करना होता है. रोजगार की बात हो, फसल खरीदी की बात हो, सरकार हर मोर्चे पर फेल है. मुझे लगता है कि यहां का शासन रायपुर से नहीं चल रहा है, दिल्ली से चल रहा है.