अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ी चाल चल दी है. अगर उनकी यह चाल कामयाब होती है तो उनके लिए डबल धमाका हो जाएगा. एक तो उनकी अमेरिका में जीत सुनिश्चित हो जाएगी और दूसरी पूरी दुनिया में धाक जम जाएगी. जी हां, इजरायल-हमास जंग को डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी जीत का हथियार बना लिया है. डोनाल्ड ट्रंप हमास-इजरायल जंग की आग बुझाने में जुट चुके हैं. यही वजह है कि उन्होंने फिलिस्तीन को भरोसा दिलाया है कि सब अच्छा होगा. डोनाल्ड ट्रंप ने फिलिस्तीन को ऐसे वक्त में यह भरोसा दिलाया, जब वह गुरुवार को बेंजामिन नेतन्याहू से मिलने वाले हैं. माना जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप नेतन्याहू को युद्ध खत्म करने के लिए मनाएंगे.
सबसे पहले जानते हैं कि आखिर डोनाल्ड ट्रंप ने फिलिस्तीनी राष्ट्रपति से क्या कहा है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से अपनी मुलाकात से पहले डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से कहा कि सब कुछ ठीक हो जाएगा. डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल’ पर कहा, ‘शुक्रवार को बीबी नेतन्याहू से मिलने का बेसब्री से इंतजार है, और मध्य पूर्व में शांति स्थापित करने का और भी अधिक इंतजार है.’ इस पोस्ट के साथ ट्रंप ने एक खत भी शेयर किया, जिसे फलस्तीन के राष्ट्रपति अब्बास ने उन्हें खत लिखा था. यह खत 13 जुलाई को ट्रंप पर हत्या के प्रयास के संबंध में था.
‘सब अच्छा होगा’
महमूद अब्बास ने 14 जुलाई को लिखे अपने पत्र में लिखा, ‘मुझे आपके ऊपर हुए जानलेवा हमले की खबर मिली और बाद में उसकी फुटेज भी देखी, यह बेहद गंभीर मामला है’. ट्रंप ने इस चिट्ठी का एक स्क्रीनशॉट पोस्ट किया, जिस पर ट्रंप की तरफ से हाथ से लिखा एक जवाब भी था. ट्रंप ने लिखा था, ‘महमूद, बहुत बढ़िया. धन्यवाद. सब ठीक होगा.’ इससे पहले दिन में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वह गुरुवार (भारतीय समयानुसार) को फ्लोरिडा के पाम बीच स्थित Mar-a-Lago में बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात करेंगे.
बेंजामिन नेतन्याहू से करेंगे मुलाकात
फिलहाल, बेंजामिन नेतन्याहू अभी वाशिंगटन में हैं और बुधवार को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे. चौथी बार ऐसा करने वाले वह इकलौते विदेशी नेता होंगे. गुरुवार को व्हाइट हाउस में उनकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से भी मुलाकात होगी. डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह बेंजामिन नेतन्याहू का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं. 18 जुलाई को रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने के बाद किसी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष के साथ यह डोनाल्ड ट्रंप की पहली मुलाकात होगी. 19 जुलाई को उन्होंने यूक्रेनी राष्ट्रपति से फोन पर बात की थी.
कैसे साबित होगा ट्रंप का यह ट्रंप कार्ड?
डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिकन की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं. नवंबर में होने वाले चुनाव में जीत सुनश्चित करने के लिए वह हर दांव-पेच लगा रहे हैं. माना जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप फिलिस्तीन और इजरायल के बीच जंग खत्म करवाने की कोशिशों में जुटे हैं. अगर इसमें वह कामयाब होते हैं या उन्हें मनाने में कुछ हद तक भी कामयाब होते हैं तो इस प्रयास से उनकी जीत का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा. ऐसा इसलिए क्योंकि करीब 55 फीसदी अमेरिकी भी चाहते हैं कि यह युद्ध खत्म हो जाए. एक सर्वे में 55 फीसदी अमेरिकी नागरिकों का मानना है कि हमास-इजरायल जंग खत्म कराने में अमेरिका को बड़ा रोल निभाना चाहिए.