राजनांदगांव में खेल विकास और खिलाड़ियों की सुविधाओं पर हुई सार्थक चर्चा
दिग्विजय स्टेडियम में मल्टीपरपस इनडोर हॉल व सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक और अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में एस्ट्रोटर्फ रिप्लेसमेंट के महत्वपूर्ण विषय पर हुआ संवाद
राजनांदगांव : संस्कारधानी राजनांदगांव को खेल नगरी और हॉकी की नर्सरी के नाम से भी जाना जाता है। पूर्व में राजनांदगांव से हॉकी के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्तर पर सराहना भी बटोरी है और राजनांदगांव लगातार खिलाड़ियों के लिए एक नर्सरी के तौर पर स्थापित रहा है। वर्ष 2017-18 में प्रदेश के खिलाड़ियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से राजनांदगांव में दिग्विजय स्टेडियम का निर्माण किया गया था, जहां पर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की हॉकी और अन्य प्रतियोगिताएं आयोजित होती रही है। समय के साथ इस स्टेडियम में खिलाड़ियों की बढ़ती संख्या को देखकर कुछ आवश्यकताएं भी महसूस होने लगी है, जिस पर गंभीरता से विचार कर राजनांदगांव विधायक और विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने गत संध्या अपने निवास “स्पीकर हाउस” में केंद्रीय खेल और युवा मामले के मंत्री मनसुख मांडवीया से मुलाकात की।
खिलाड़ियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाना हमारी प्राथमिकता है, इस विषय पर डबल इंजन की सरकार गंभीरता से कार्य कर रही है। वि.स. अध्यक्ष डॉ रमन सिंह
गतसंध्या विधानसभा अध्यक्ष निवास में हुई केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडवीया और विधानसभा अध्यक्ष व राजनांदगांव विधायक डॉ रमन सिंह के बीच चर्चा हुई। जिसमें राजनांदगांव स्थित दिग्विजय स्टेडियम में लगभग 19 करोड़ 79 लाख रुपए की लागत के मल्टीपरपस हॉलकी आवश्यकता और लगभग 6 करोड़ 34 लाख की लागत के सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक निर्माण पर चर्चा हुई।
इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में भारत सरकार की खेलो इंडिया योजना के तहत एस्ट्रोटर्फ रिप्लेसमेंट , सिविल कार्य और विद्युतीकरण के लिए लगभग 8 करोड़ 79 लाख रुपए के कार्यों का प्राक्कलन रखा है। इन तीनों ही विषयों पर राजनांदगांव विधायक और विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडवीया जी से गंभीर चर्चा की और मांडवीया जी ने यह विश्वास दिलाया है कि केंद्र सरकार राजनांदगांव के खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। दिग्विजय स्टेडियम और अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम के उन्नयन कार्य के तीनों ही विषय पर केंद्रीय खेल मंत्रालय राजनांदगांव के खिलाड़ियों के सुविधा के लिए गंभीरतापूर्वक विचार करेगा।