सरकार ने खदानों की बिक्री के तीसरे चरण के तहत जम्मू-कश्मीर में लिथियम खदान सहित तीन महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉकों की नीलामी को रद्द कर दिया है. यह नीलामी बोलीदाताओं की आवश्यक संख्या से कम होने के कारण रद्द की गई. इन खनिज ब्लॉकों की नीलामी का उद्देश्य स्वच्छ विकल्पों की ओर सरकार के कदम तथा खनिज आपूर्ति में आत्मनिर्भरता हासिल करना है.
इन तीन ब्लॉकों में जम्मू-कश्मीर में सलाल-हैमना लिथियम, टाइटेनियम और बॉक्साइट (एल्यूमिनस लैटेराइट) ब्लॉक, झारखंड में मुसकानिया-गरेरियाटोला-बरवारी पोटाश ब्लॉक और तमिलनाडु में कुरुंजाकुलम ग्रेफाइट ब्लॉक शामिल हैं.
उम्मीद से कम लगी बोलियां
खान मंत्रालय की ओर से जारी नोटिस के अनुसार, नीलामी को रद्द कर दिया गया क्योंकि “खनिज नीलामी नियमों के अनुसार अपेक्षित संख्या में बोलियां प्राप्त नहीं हुईं”. मंत्रालय ने 14 मार्च को नीलामी के तीसरे दौर में सात महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉकों को बिक्री के लिए रखा था. इनमें वह ब्लॉक भी शामिल थे जिन्हें पहले चरण में तीन से कम बोलियां प्राप्त हुईं थीं.
खनिज से भरपूर हैं ब्लॉक
ये सात ब्लॉक ग्लौकोनाइट, ग्रेफाइट, निकेल, पीजीई, पोटाश, लिथियम और टाइटेनियम जैसे महत्वपूर्ण खनिजों से संबंधित हैं और ये बिहार, झारखंड, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में फैले हुए हैं. पिछले महीने, सरकार ने दूसरे चरण में शुरू की गई महत्वपूर्ण खनिजों के 14 ब्लॉकों की नीलामी रद्द कर दी थी. बिक्री के पहले चरण में, केंद्र ने ठंडी प्रतिक्रिया के कारण बिक्री के लिए रखे गए 20 ब्लॉकों में से 13 की नीलामी रद्द कर दी थी.
केंद्र ने पिछले महीने महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिज ब्लॉकों की नीलामी का चौथा दौर शुरू किया था, जिसमें अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, कर्नाटक, राजस्थान, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में 21 खदानें पेश की गई थीं.
इन 21 ब्लॉकों में से 11 नए हैं, जो अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, कर्नाटक, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में फैले हैं. इन ब्लॉकों में ग्रेफाइट, ग्लौकोनाइट, फॉस्फोराइट, पोटाश, निकल, पीजीई, फॉस्फेट और रेयर अर्थ एलिमेंट्स (आरईई) सहित कई तरह के खनिज मौजूद हैं.