केरल के वायनाड में भीषण बारिश के बीच लैंडस्लाइड (भूस्खलन) हुई है. इसमें 100 से ज्यादा लोग फंस गए हैं. लोगों को बचाने के लिए बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के मुताबिक अब तक 63 लोगों की मौत हो चुकी है. मृतकों में कुछ बच्चे भी शामिल हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए सेना के साथ-साथ नेवी को भी उतार दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक लैंडस्लाइड मंगलवार की सुबह तड़के करीब 2 बजे हुई. इसके बाद सुबह करीब 4.10 बजे फिर एक बार लैंडस्लाइड हुई. लैंडस्लाइड के चलते करीब 100 से ज्यादा लोग मलबे में फंस गए, जिन्हें बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. रेस्क्यू ऑपरेशन की प्रगति के साथ मरने वालों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है.
बचाव कार्य के लिए एझिमाला से नौसेना की एक टीम पहुंचेगी. मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार नौसेना की मदद मांगी गई है. मुख्यमंत्री ने नौसेना की नदी पार करने वाली टीम की मदद मांगी है. एझिमाला नौसेना अकादमी से नौसेना की टीम तुरंत वायनाड के लिए रवाना हो रही है.
केरल के मुख्य सचिव वी वेणु ने बताया कि लैंडस्लाइड करीब 2-3 बार हुई. लैंडस्लाइड से घायल होने वाले 16 लोगों को वायनाड के मेप्पाडी में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन भी इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा है कि वायनाड में भूस्खलन के बाद सभी संभावित बचाव कार्यों का समन्वय किया जाएगा.घटना के बारे में पता चलते ही सरकारी तंत्र बचाव अभियान में जुट गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन में राज्य की सभी सरकारी एजेंसियां लगी हुई हैं. आज राज्य के मंत्री घटनास्थल का दौरा कर सकते हैं.
PM ने किया मुआवजे का ऐलान
पीएम मोदी ने वायनाड में भूस्खलन के कारण जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राहत कोष से 2 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है. इसके अलावा घायलों को 50 हजार रुपए देने की घोषणा भी की गई है.
सेना की टुकड़ी तैनात
हादसे की भयावहता को देखते हुए सेना से रेस्क्यू ऑपरेशन का अनुरोध किया गया था, जिसके बाद सेना ने 4 टुकड़ियां जुटाई गई हैं. इनमें 122 इन्फैंट्री बटालियन (प्रादेशिक सेना) की दो टुकड़ियां और कन्नूर के DSC सेंटर की 2 टुकड़ियां शामिल हैं. बचाव अभियान के लिए अब तक तैनात सेना की कुल संख्या लगभग 225 है, जिसमें चिकित्साकर्मी भी शामिल हैं.
इलाके के सीएमओ के मुताबिक भारी बारिश के बाद वायनाड में भूस्खलन हुआ है. यहां राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक कंट्रोल रूम स्थापित कर लिया है. आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 भी जारी किए गए हैं. वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर Mi-17 और एक ALH सुबह 7.30 बजे तमिलनाडु के सुलूर से रवाना कि जाएंगे.
केरल के पांच जिलों में अलर्ट जारी
राज्य सरकार ने 5 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. जिन जिलों के लिए अलर्ट जारी हुआ है, उनमें कासरगोड, कन्नूर, वायनाड, कोझिकोड और मल्लपुरम शामिल है. इन जिलों में अतिरिक्त सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं
CMO की तरफ से जारी किया गया बयान
लैंडस्लाइड के बाद सीएमओ की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि भूस्खलन को देखते हुए थामरसेरी दर्रे से होकर जरूरी वाहनों के अलावा दूसरे वाहनों के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. दर्रे से होकर जाने वाले रासते को प्रशस्त करने के लिए सभी को तत्पर रहने को कहा गया है. ताकी दर्रे में ट्रैफिक जाम न हो और बचाव सामग्री मुंदकई तक पहुंचाई जा सके.
कलेक्टर के सरकारी कर्मचारियों को ये निर्देश
वायनाड कलेक्टर ने सरकारी अधिकारियों को अपने कार्यालयों में उपस्थित रहने और आवश्यकतानुसार बचाव और राहत गतिविधियों के समन्वय में शामिल होने का निर्देश दिया है. कलेक्टर ने कहा है कि बिना पूर्व अनुमति के किसी को भी जिला नहीं छोड़ना है.