एयर इंडिया (Air India) और विस्तारा एयरलाइन (Vistara Airline) का मर्जर आखिरी दौर में पहुंच चुका है. हालांकि, इस मर्जर के चलते कई कर्मचारियों पर गाज भी गिरी है. नई एयरलाइन में इन लोगों के लिए कोई काम नहीं निकाला जा सका है. इसलिए इन पर छंटनी की गाज गिरी है. हाल ही में एयर इंडिया ने इन कर्मचारियों के लिए वॉलंटरी रिटायरमेंट स्कीम (VRS Scheme) लॉन्च की थी. अब विस्तारा एयरलाइन ने भी छंटनी किए जाने वाले कर्मचारियों के लिए वीआरएस स्कीम लॉन्च कर दी है.
वीआरएस के साथ ही वीएसएस स्कीम भी लाई गई
विस्तारा एयरलाइन ने अपने कर्मचारियों को भेजे संदेश में कहा है कि लगातार 5 साल से जो भी कर्मचारी एयरलाइन के साथ काम कर रहे हैं वो इस वीआरएस स्कीम को चुन सकते हैं. विस्तारा ने वीआरएस के साथ ही वॉलंटरी सेपरेशन स्कीम (VSS) भी लॉन्च की गई है. इस स्कीम का हिस्सा वो कर्मचारी होंगे, जो एयरलाइन के साथ 5 साल से कम समय से जुड़ा हुआ है. एयर इंडिया ने दो हफ्ते पहले ही नॉन फ्लाइंग परमानेंट स्टाफ के लिए ऐसी ही स्कीम लॉन्च की थीं. दोनों एयरलाइन ने स्पष्ट किया है कि इस छंटनी का असर केबिन क्रू पर नहीं पड़ेगा.
रिटायर होने जा रहे कर्मचारियों को नहीं मिलेगा फायदा
विस्तारा एयरलाइन ने कहा है कि वीआरएस और वीएसएस का हिस्सा बनने वालों को कंपनी की पॉलिसी के अनुसार, ग्रेच्युटी, प्रोविडेंट फंड और लीव एनकैशमेंट का लाभ भी दिया जाएगा. इसके अलावा सरकार के नियमों के अनुसार, उन्हें मिलने वाली रकम की गणना की जाएगी. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, एयरलाइन ने स्पष्ट किया है कि 31 मार्च, 2025 को रिटायर हो रहे पायलट, केबिन क्रू मेंबर, कोई भी लाइसेंस रोल होल्डर और कर्मचारी इन स्कीमों का फायदा नहीं उठा पाएंगे.
एयर इंडिया स्कीम में डेडलाइन 16 अगस्त और विस्तारा में 23 अगस्त
एयर इंडिया ने 17 जुलाई को वीआरएस और वीएसएस की घोषणा की थी. एयर इंडिया की स्कीम में डेडलाइन 16 अगस्त और विस्तारा में 23 अगस्त रखी गई है. टाटा ग्रुप (Tata Group) और सिंगापुर एयरलाइन्स (Singapore Airlines) का ज्वॉइंट वेंचर विस्तारा एयरलाइन है. एयर इंडिया और विस्तारा एयरलाइन का मर्जर इसी साल पूरा होने वाला है. दोनों एयरलाइन से लगभग 600 कर्मचारी निकाले जाने वाले हैं. इसके अलावा कई कर्मचारियों को टाटा ग्रुप की अन्य कंपनियों में नौकरी दी जा चुकी है.