लोकसभा में मंगलवार को नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर के बीच तीखी नोंकझोक देखने को मिली. इस दौरान राहुल गांधी ने जाति जनगणना करवाने की मांग दोहराई, तो इसका जवाब देने खड़े हुए ठाकुर ने कुछ ऐसा दिया, जिसे लेकर कांग्रेस नेताओं ने सख्त आपत्ति जताई है.
इस हंगामे के बीच संसद में दिए गए पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के भाषण के कुछ हिस्सों को सदन की कार्रवाई से हटा दिया गया. उन्होंने पंडित नेहरू शब्द का इस्तेमाल किया था और झूठ शब्द का इस्तेमाल किया था, जिसे सदन की कार्रवाई से हटाया गया. इसके अलावा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री के नाम का जिक्र किया था, उसे भी सदन की कार्रवाई से हटा दिया गया है.
दरअसल राहुल गांधी ने बजट सत्र के दौरान बहस में हिस्सा लेते हुए सरकार पर कई आरोप लगाए थे. उन्होंने ‘अभिमन्यु’ का जिक्र करते हुए चक्रव्यूह का दूसरा नाम ‘पद्मव्यूह’ बताया, जो कमल के फूल के शेप में होता है. अब, राहुल गांधी के इस बयान पर हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को जवाब दिया. उन्होंने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें यह पता होना चाहिए कि ‘एलओपी’ (विपक्ष के नेता) का मतलब ‘लीडर ऑफ प्रोपेगैंडा’ (दुष्प्रचार के नेता) नहीं होता है. उन्होंने बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए यह भी कहा कि राहुल गांधी को ‘रील का नेता’ नहीं बनना चाहिए और यह समझना चाहिए कि ‘रीयल नेता’ बनने के लिए सच बोलना पड़ता है.