मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां सहकारी सम्मेलन को संबोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री बनने के बाद एक कार्यक्रम में उन्हें छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के बुनकरों ने अलसी डंठल के रेशों से बना जैकेट भेंट किया था। उन्होंने बताया कि इस जैकेट को ठंड भर पहनकर वें घूमे और अपनी ठंड मिटाई। उन्होंने कहा आज हमारे बुनकरों द्वारा बनाए गए कपड़े बड़े दुकानों एवं कम्पनियों में टैग लगाकर अधिक दाम पर बिकते हैं। नई दिल्ली के छत्तीसगढ़ भवन में छत्तीसगढ़ के कोसा एवं अन्य कपड़ोें तथा यहां के चावलों की प्रदर्शनी में इन्हें हाथों हाथ खरीदा गया। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ में सहकारिता के माध्यम से देवभोग ब्रांड नेम से दुग्ध उत्पादों का विक्रय होता है। सहकारिता और शासन के कार्यक्रमों और आयोजनों में ऐसे उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा दिया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा रायपुर के विमानतल छत्तीसगढ़ के रेल्वे स्टेशनों में भी छत्तीसगढ़ के उत्पादों को बेचने के व्यवस्था की जानी चाहिए। इसी तरह छत्तीसगढ़ के होटलों के मीनू में भी छत्तीसगढ़ी व्यंजनों को स्थान मिलना चाहिए।