अक्सर बड़ी-बड़ी प्राइवेट कंपनियां बिजनेस में घाटे के चलते लोन चुकाने में चूक जाती हैं. इस बार एक सरकारी कंपनी के साथ ऐसे हालात बने हैं. सार्वजनिक क्षेत्र की टेलिकॉम कंपनी एमटीएनएल ने बैंक कर्ज लौटाने में 422.05 करोड़ रुपये की चूक की है. कंपनी ने सोमवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि मूल राशि की किस्त लौटाने के मामले में कुल चूक 328.75 करोड़ रुपये है जबकि ब्याज मद में 93.3 करोड़ रुपये नहीं दिये गये हैं.
एमटीएनएल की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, उसने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से लिये गये 155.76 करोड़ रुपये, भारतीय स्टेट बैंक से 140.37 करोड़ रुपये, बैंक ऑफ इंडिया से 40.33 करोड़ रुपये, पंजाब एंड सिंध बैंक से लिये गये 40.01 करोड़ रुपये, पंजाब नेशनल बैंक से 41.54 करोड़ रुपये और यूको बैंक से 4.04 करोड़ रुपये के भुगतान में चूक की है. पूर्व में दूरसंचार कंपनी ने इन बैंकों से कुल 5,573.52 करोड़ रुपये का कर्ज जुटाया था.
घाटे में चल रही कंपनी
घाटे में चल रही एमटीएनएल पर बैंकों और वित्तीय संस्थानों का कुल 7,873.52 करोड़ रुपये का कर्ज है. कंपनी के ऊपर कुल कर्ज 31,944.51 करोड़ रुपये है. एमटीएनएल ने चालू वित्त वर्ष में सरकारी गारंटी वाले बॉन्ड के मामले में ब्याज भुगतान के लिए सरकार से 1,151.65 करोड़ रुपये की मांग की है. सरकार ने बजट में एमटीएनएल बॉन्ड की मूल राशि के भुगतान के लिए 3,668.97 करोड़ रुपये आवंटित करने का प्रस्ताव रखा है.
शेयरों में दिखी लगातार तेजी
महानगर टेलिफोन निगम लिमिटेड के शेयरों में पिछले महीने जुलाई में बजट से पहले जबरदस्त तेजी देखने को मिली. 12 जुलाई को एमटीएनएल के शेयर का भाव 42.50 रुपये था जो 29 जुलाई तक 101.90 रुपये तक पहुंच गया. हालांकि, इसके बाद एमटीएनएल के शेयरों में लगातार बिकवाली हुई और अब स्टॉक 68 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा है.