छत्तीसगढ़ के कोंडागांव में बारिश मुसीबत बन गई है. यहां बीती रात से मूसलाधार पानी गिर रहा है. ये बारिश रुक-रुककर हो रही है. पानी से पूरा इलाका तरबतर हो गया है. इसकी वजह से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है. लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. मौसम विभाग के मुताबिक, सक्ति, मुंगेली और कोरबा सहित 16 जिलों में भारी बारिश होगी. मौसम विभाग ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है. इन जिलों के अलावा पूरे प्रदेश में छुटपुट पानी गिरता रहेगा. मौसम विभाग का कहना है कि राजस्थान के उत्तर-पूर्वी हिस्से में निम्म दबाव का क्षेत्र बनता दिखाई दे रहा है. प्रदेश के पूर्वी-दक्षिणी हिस्से और बंगाल की खाड़ी के पूर्वी हिस्से तक एक ट्रफ लाइन दिखाई दे रही है. इसकी वजह से राज्य में बारिश होगी. इसके अलावा राज्य के कई इलाकों में बिजली गिरने और गरज-चमक की स्थिति भी बनेगी.
मौसम विभाग के मुताबिक, राज्य के रायपुर, बलौदा बाजार, धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद, बिलासपुर, गौरेल्ला- पेंड्रा-मरवाही, जांजगीर चांपा, कोरबा, मुंगेली, रायगढ़, सक्ति, सारंगढ़- बिलाईगढ़, दुर्ग, धमधा, पाटन में भारी बारिश के आसार हैं. दूसरी ओर, बीजापुर में भारी बारिश की वजह से आम जनजीवन अस्त- व्यस्त हो गया है. बारिश की वजह से कई गांव टापू बन गए हैं. यहां लोग राशन लाने के लिए जिंदगी दांव पर लगा रहे हैं. मीडिया में आ रही खबरों के बाद हाईकोर्ट ने इस मामले को स्वत: संज्ञान में लिया है. मामले को लेकर शासन को नोटिस जारी किया गया था.
सरकार ने दिया ये जवाब
इसके जवाब में सरकार ने कहा कि मानसून के दौरान बीजापुर जिले के दूरस्थ इलाकों में इस तरह की समस्या आती है. उस स्थिति से उबरने के लिए पीडीएस दुकानों में 4 माह का राशन एक साथ प्रदाय किया जाता है, ताकि राशन वितरण में कोई बाधा न आए. राज्य सरकार की नीति है कि जहां न्यूनतम 500 हितग्राही हों, वहीं पीडीएस दुकानें खोली जाती हैं. पीडीएस दुकानों के माध्यम से खाद्यान्न वितरण में ग्रामीणों को कोई कठिनाई न हो, इसके लिए राज्य एवं जिला प्रशासन सभी उपाय कर रहा है. हाईकोर्ट ने कलेक्टर बीजापुर को सुनवाई की अगली तारीख से पहले वर्तमान जनहित याचिका के संबंध में अपना व्यक्तिगत हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है. मामले की अगली सुनवाई 14 अगस्त को होगी.
बालोद में तांदुला का जलस्तर बढ़ा
बालोद जिले में बीते कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है. इस वजह से सबसे बड़े तांदुला जलाशय का जलस्तर अब बढ़ चुका है. वह ओवरफ्लो होने की कगार पर है. रही बारिश के चलते तांदूला जलाशय का जलस्तर 34.5 फिट पर पहुंच गया है. 38 फीट के बाद यह जलाशय ओवरफ्लो होता है. तब इसका सुंदर नजारा देखने लोग यहां आते हैं. प्रशासन ने तांदुला जलाशय के पास सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया है.