राजनांदगांव। संस्कारधानी नगरी राजनांदगांव में महाकाल भक्त सेना और महाकाल मंदिर समिति सिंघोला के द्वारा पवित्र पावन सावन मास में प्रत्येक वर्ष बाबा चंद्रमौलेश्वर महाकाल की पालकी यात्रा, विभिन्न क्षेत्रों में अलग- अलग स्थानों से निकली जाती है।
जोकि अब संस्कारधानी की पहचान बनती जा रही है। शिव भक्तों की मांग शहर के अलग-अलग क्षेत्र में पालकी निकालने हेतु हो रही है। इसी को देखते हुए आज गुरुवार 08 अगस्त को पहली बार शिव मंदिर, मोतीपुर, बापूटोला रोड से महाकाल की पालकी यात्रा निकाली गई। मोतीपुर से प्रारंभ पालकी शोभायात्रा ममता नगर, तुलसीपुर होते हुए वहां विश्राम करेगी।
शहर के इस क्षेत्र में निकल रही पालकी यात्रा को लेकर शिव भक्तों में अपार उत्सव उत्साह देखा जा रहा है। पालकी यात्रा में विशेष आकर्षण संस्कारधानी नगरी के वैभव का ध्यान में रखते हुए धार्मिक आस्था से परिपूर्ण पालकी शोभायात्रा में भगवान भोलेशंकर शिव के अनेक रूपों में उनकी वेशभूषा में लोक कलाकार नजर आए, साथ ही एक भव्य झांकी बाबा महाकाल की भी है । भजन कीर्तन करते हुए महिलाएं, पुरुष, युवा व बच्चों के साथ ढोल, नगाड़े, झांझ, मंजीरे आदि का भी प्रदर्शन।