जल्द ही स्मार्टफोन यूजर अपने फिंगरप्रिंट सेंसर आईडी या फेस आईडी का उपयोग करके UPI पेमेंट कर सकेंगे. अभी यूपीआई पेमेंट करने के लिए पिन डालने की जरूरत होती है. नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया या NPCI का कहना है कि देश भर में विभिन्न UPI ऐप्स के माध्यम से अरबों रुपये के लेन-देन हो रहे हैं. हर दिन करोड़ों पेमेंटे हो रहे हैं.
भारत में ज्यादा लोग अब डिजिटल पेमेंट के लिए UPI का इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसे में जल्द ही आप UPI पेमेंट्स में एक बड़ा अपग्रेड देख सकते हैं, जो आपके मौजूदा डिजिटल पेमेंट्स की तुलना में अधिक सुरक्षित होने का दावा करता है. अलग-अलग रिपोर्टों में दावा किया गया है कि नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया स्मार्टफोन पर बायोमेट्रिक फीचर का उपयोग करके UPI पेमेंट को प्रमाणित करने के लिए कंपनियों से बात कर रही है.
रोजाना लुट रहे हैं लोग!
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, पता चलता है कि UPI प्राधिकरण अलग-अलग तरह के हो रहे स्कैम को लेकर काफी चिंतित है, जिनकी रिपोर्ट लगभग रोजाना आती है. लोग अपने मेहनत से कमाए पैसे सिर्फ इसलिए खो देते हैं, क्योंकि वे एक विशेष चार या छह अंकों के पिन का उपयोग करके पेमेंट को प्रमाणित करते हैं. UPI की व्यवस्था आमतौर पर सुरक्षित होती है. लेकिन लोग गलती से स्कैमर्स द्वारा धोखा खा जाते हैं और पैसे भेज देते हैं, जबकि उन्हें उम्मीद होती है कि वे पैसे प्राप्त कर रहे हैं.
आप OLX पर चले एक स्कैम के बारे में तो जानते ही होंगे, जिसने प्लेटफॉर्म को एक पॉप-अप मैसेज देने के लिए मजबूर किया था. यह मैसेज पैसे भेजने और प्राप्त करने के बारे में साफ चेतावनी देता था. NPCI का मानना है कि UPI पेमेंट्स के लिए फेस आईडी या बायोमेट्रिक सेफ्टी ही सही रास्ता है. हालांकि, अभी भी यह नहीं पता है कि UPI ऐप में फेस आईडी इंटीग्रेशन कब होगा, और यदि ऐसा होता है, तो कौन से पब्लिक-फेसिंग ऐप इसे सपोर्ट करेंगे.
आखिरकार, आपके पास Google Pay, PhonePe, Amazon Pay, Paytm और अन्य कई ऐप हैं जो आपको देश में UPI पेमेंट करने की सुविधा देते हैं. उम्मीद तो यही है अधिक से अधिक UPI ऐप लोगों को पिन या बायोमेट्रिक्स के बीच उपयोग करने का विकल्प देंगे.