कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर की रेप के बाद हत्या का मामला सीबीआई को सौंप दिया गया है. सीबीआई की टीम बुधवार को जांच शुरू करेगी. लेकिन इसी बीच एक नए खुलासे से हड़कंप मच गया है. आरोप लगाया गया कि जिस सेमिनार रूम में लेडी डॉक्टर के साथ हैवानियत की हदें पार की गईं, वहां अचानक रेनोवेशन का काम क्यों किया गया? क्या सबूत मिटाने की कोशिश की गई. आइए जानते हैं इस घटना से जुड़े लेटेस्ट अपडेट…
1. लेडी डॉक्टर के कत्ल की जांच जैसे जैसे आगे बढ़ रही है, गुत्थी उलझती जा रही है. अब दावा किया जा रहा है कि आरजी कर हॉस्पिटल के चेस्ट मेडिसिन विभाग के जिस सेमिनार रूप में महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या की गई, उसके ठीक सामने रेनोवेशन का काम चल रहा है. दीवार टूटी हुई है, चारों ओर ईंटें बिखरी पड़ी हैं. ऐसी कई तस्वीरें सोशल मीडिया में सामने आई हैं. सवाल है कि अचानक अस्पताल के कमरे की मरम्मत की जरूरत क्यों हुई? कहीं यह डॉक्टर की हत्या के सबूत छुपाने की कोशिश तो नहीं है?
2. आरजी कर हॉस्पिटल के छात्रों का कहना है कि पुलिस ने लापरवाही बरती, आखिर आज तमाम लोग उस सेमिनार हॉल तक कैसे पहुंच गए, जहां लेडी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या की गई. अगर सबूत खो गया, या मिटा दिया गया, तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? क्या पुलिस ने जान बूझकर इन्हें अंदर जाने दिया? एसएफआई, डीवाईएफआई ने प्रशासन से इसका जवाब मांगा है.
3. पश्चिम बंगाल डॉक्टर्स फोरम ने आरोप लगाया है कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में सबूतों से छेड़छाड़ करने की कोशिश की जा रही है. सीबीआई को लिखे पत्र में उन्होंने कहा, हमें उस जगह पर रिनोवेशन होने की रिपोर्ट मिली है, हमें डर है कि यह सबूतों के साथ छेड़छाड़ की कोशिश हो सकती है. इससे जांच में बाधा आएगी.
5. मेडिकल और फोरेंसिक एक्सपर्ट के साथ सीबीआई की विशेष टीम बुधवार को कोलकाता जाएगा. टीम सबसे पहले आरजी कर मेडिकल कॉलेज जाएगी, वहां फोरेंसिक एक्सपर्ट अपने हिसाब से साक्ष्य इकट्ठा करेंगे. पुलिस को जांच में अब तक क्या-क्या मिला है, उसकी भी जानकारी विशेष टीम लेगी.
6. मंगलवार की दोपहर सीबीआई के दो अधिकारी पहले ही थाने पहुंच गए और एफआईआर की सर्टिफाइड कॉपी समेत सारे दस्तावेज अपने हाथ ले लिया. दिल्ली के वरिष्ठ अधिकारियों, लीगल सेल और कोलकाता के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच इस मामले में चर्चा भी हो सकती है. अधिकारियों ने बताया कि विशेषज्ञ पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखेंगे और अगर कोई वीडियोग्राफी की गई है, तो उसका विश्लेषण करेंगे.
7. कोलकाता हाईकोर्ट ने एक कड़े फैसले में आरजी कर हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंंसिपल डॉक्टर संदीप घोष को तुरंत छुट्टी पर भेजने का आदेश दिया है. कोर्ट ने कहा-आप बहुत ताकतवर हैं, आपके पद पर रहते निष्पक्ष जांच हो पाना मुश्किल है. छात्रों के दबाव के बाद डॉक्टर घोष ने पद से इस्तीफा दे दिया था. लेकिन कुछ ही घंटों के अंदर उन्हें कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज का प्रिंंसिपल बना दिया गया था.