यदि आप आने वाले दिनों में स्पाइस जेट या इंडिगो एयरलाइंस से हवाई सफर करने वाले हैं, तो इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल वन की तरफ रवाना होने से पहले यह रूट मैप जरूर देख लें. कहीं ऐसा न हो कि रास्तों की भूलभुलैया में आप ऐसा भटके कि आपकी फ्लाइट ही छूट जाए.
लिहाजा, आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल वन की तरफ जाने से पहले आप दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) की तरफ से जारी इस रूट मैन को अच्छी तरह से जरूर पढ़ और समझ लें. दरअसल, टर्मिनल वन डी के कॉनकोर्स एरिया की छत गिरने के बाद डायल ने स्पाइस जेट और इंडिगो एयरलाइंस के फ्लाइट ऑपरेशन्स को टर्मिनल टू और थ्री में शिफ्ट कर दिया था.
चूंकि नवनिर्मित टर्मिनल वन अब फ्लाइट ऑपरेशन्स के लिए तैयार है, लिहाजा स्पाइस जेट और इंडिगो को वापस टर्मिनल वन में लाया जा रहा है. स्पाइस जेट 17 अगस्त से अपनी 13 फ्लाइट्स का ऑपरेशन टर्मिनल वन से करेगी, जबकि इंडिगो की अपनी 34 फ्लाइट्स का ऑपरेशन 2 सितंबर से टर्मिनल वन में शिफ्ट करने जा रही है.
चूंकि टर्मिनल वन-डी इंटीग्रेटेड टर्मिनल वन का हिस्सा है, लिहाजा ट्रैफिक रैंप टर्मिनल वन-डी से शुरू होकर नवनिर्मित टर्मिनल के सामने से गुजरते हुए जी-5 बिल्डिंग के सामने उतरता है. बीते दिनों छत गिर जाने की वजह से टर्मिनल वन के पहले चार गेट बंद हैं और मरम्मत का काम अभी जारी है, इसलिए रैंप का पहला आधा हिस्सा इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है.
फिलहाल, ट्रैफिक के लिए रैंप का आखिरी आधा हिस्सा ही उपलब्ध है, इसी वजह से इंडिगो पैसेंजर्स का ट्रैफिक को काफी घुमाकर टर्मिनल के फस्ट फ्लोर में भेजा जा रहा है. इसी के साथ, स्पाइस जेट के पैसेंजर्स की इंट्री ग्राउंड फ्लोर से है, इसलिए उन्हें एक बिल्कुल अलग रास्ते से टर्मिनल के गेट A पर पहुंचना होगा. कुल मिलाकर कहें तो इस समय एयरपोर्ट पर लगभग भूलभुलैया सी स्थिति बनती दिख रही है.
स्पाइस जेट के यात्री टर्मिनल वन के इंट्री गेट कैसे पहुंचे?
स्पाइस जेट के यात्रियों को गोलचक्कर से टर्मिनल वन डी के रैप की तरफ सीधे बढ़ना है. रैंप शुरू होने से ठीक पहले उन्हें दाईं तरह स्थिति पार्किंग की तरफ मुड़कर यू टर्न लेना होगा. पार्किंग एरिया क्रॉस होते ही आपको बाईं तरह मुड़ना होगा और रैंप के नीचे से होते हुए आप टर्मिनल वन के गेट A पर पहुंच सकेंगे. इसके बाद यह रास्ता एराइवल टर्मिनल के बाहर से होते हुए एयरपोर्ट के बाहर की तरफ निकल जाएगा.