प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजराइल-हमास युद्ध रोकने के लिए इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की. सभी बंधकों की तत्काल रिहाई और गाजा में फंसे लोगों तक मदद पहुंचाने की उन्होंने जरूरत बताई. इसके कुछ ही देर बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का बयान आया. उन्होंने कहा, हम सीजफायर के बिल्कुल करीब हैं. जल्द इस बारे में फैसला हो सकता है.
नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया था. इस दौरान उन्होंने स्वतंत्रता दिवस की शुभकानाएं दीं. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, हमने पश्चिम एशिया की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की. स्थिति में सुधार की और जरूरत है, इस पर जोर दिया. सभी बंधकों की तत्काल रिहाई होनी चाहिए. हमने युद्ध विराम और मानवीय सहायता जारी रखने की आवश्यकता पर भी जोर दिया. दोनों नेताओं के बीच बातचीत ऐसे समय में हुई जब गाजा में युद्ध को समाप्त करने के शांति वार्ता चल रही है.
कौन कर रहा मध्यस्थता
अमेरिकी राष्ट्रपति भवन की ओर से कहा गया कि दोनों देशों के मध्यस्थ युद्ध को रोकने और बंधकों को रिहा करने के बारे में अंतिम फैसला ले सकते हैं. देर शाम उसके नतीजे भी सामने आ गए. मध्यस्थता कर रहे अमेरिका, मिस्र और कतर ने बताया कि अब अगले हफ्ते काहिरा में बैठक होगी, जिसमें युद्ध विराम समझौते पर मुहर लगेगी. संघर्ष विराम का नया दौर गुरुवार से शुरू हुआ. खास बात इस बातचीत को इजरायल और हमास दोनों समर्थन दे रहे हैं. अमेरिका खुद इसका नेतृत्व कर रहा है. हमास भी इस बातचीत पर सैद्धांतिक रूप से सहमति जता चुका है. इस युद्ध में अब तक 40 हजार से ज्यादा फलिस्तीनी मारे जा चुके हैं.
बाइडन ने क्या कहा
शांति वार्ता खत्म होने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा, मैं नकारात्मक टिप्पणी नहीं करना चाहता, लेकिन सीजफायर तीन दिन पहले की तुलना में बहुत करीब है. दस महीने से चल रहे युद्ध में यह पहली बार नहीं है कि बाइडन ने समझौते को लेकर आशा व्यक्त की हो. बाइडन ने शुक्रवार को कहा, हमारे पास कुछ हो सकता है, लेकिन हम अभी तक वहां नहीं पहुंचे हैं.