पेरिस ओलंपिक 2024 में महिला पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) को भले ही मेडल ना मिला हो, लेकिन प्रदेश सरकार ने विनेश को सिल्वर मेडल के बराबर सम्मान, सुविधाएं और धनराशि देने का फैसला किया है. शनिवार को अब विनेश फोगाट गांव लौट रही हैं.
गांव बलाली में 17 अगस्त को बेटी के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित रखा गया है और ऐसे में खाप और सामाजिक संगठनों की ओर से विनेश को गोल्ड मेडल विजेता के तौर पर ही सम्मानित किया जाएगा. गांव में सम्मान समारोह को लेकर तैयारियां की जा रही हैं. वहीं. कार्यक्रम में आने वाले मेहमानों के लिए देशी घी के व्यंजन परोसे जाएंगे. विनेश के दिल्ली एयरपोर्ट से गांव बलाली तक पूरा रोड मेप तैयार किया गया है और सभी कार्यक्रमों को लेकर अलग-अलग ड्यूटियां भी लगाई गई हैं.
गांव के खेल स्टेडियम में 17 अगस्त को कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. दिल्ली एयरपोर्ट से चलकर विनेश देर शाम गांव बलाली में पहुंचेगी और ग्रामीणों के अलावा सामाजिक और पंचायत खापों की ओर से सम्मानित किया जाएगा. विनेश के भाई हरविंद्र फोगाट ने विनेश के कार्यक्रम का पूरा रूट मेप बताया और कहा कि विनेश भले मेडल से वंचित रह गई, पूरे देश की आवाज और आशीर्वाद विनेश के साथ है. पूर्व सरपंच राजेश सांगवान व ग्रामीण कबूल सिंह ने बताया कि विनेश को गोल्ड विजेता के अनुसार ही सम्मानित किया जाएगा. सभी तैयारियां की जार हैं और आने वालों के लिए देशी घी के व्यंजन तैयार करवाए जा रहे हैं. खेल स्टेडियम में स्टेज, वारट प्रूफ टेंट लगेगा और बेटी के सम्मान को लेकर ग्रामीणों में खासा उत्साह है.
विनेश का भाई हरविंद्र फोगाट ने बताया कि शनिवार शाम को पांच बजे के करीब विनेश गांव पहुंचेगी और इस दौरान देसी घी के लड्डू परोसे जाएंगे. पूर्व सरपंच राजेश सांगवान ने कहा कि विनेश इस पूरे मामले से और मजबूत हुई है और अब उम्मीद है वह फिर से कुश्ती में वापसी करेंगी.
गांव से निकले कई कुश्ती खिलाड़ी
दरअसल, अंतर्राष्ट्रीय महिला रेसलरों के नाम से विख्यात गांव बलाली की विनेश फोगाट के अलावा गीता, बबीता, संगीता, रीतू फोगाट सहित नेहा सांगवान ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान बनाई है. विनेश फोगाट को पिछले दो ओलंपिक के दौरान चोट के चलते मेडल नहीं मिल पाया था. लेकिन इस बार पेरिस ओलंपिक में फाइलन मुकाबला से बाहर होने के चलते खासी चर्चाओं में है. विनेश की याचिका बेशक रद्द कर दी गई.