न्यू पम्बन वर्टिकल लिफ्ट रेलवे सी ब्रिज की खासियत यह है कि जहाज के आने पर यह पुल ऊपर की ओर खुल जाएगा और जहाज के गुजरने के बाद फिर जुड़ जाएगा. इस पर ट्रेन चलेगी. न्यू पम्बन ब्रिज 2.05 किमी लंबा है और पुराने पुल की तुलना में तीन मीटर ऊंचा व समुद्र तल से 22 मीटर ऊंचा होगा. इसमें 18.3 मीटर के 100 स्पैन और 63 मीटर का एक नेविगेशनल स्पैन होगा.इस पुल के दोनों ओर ट्रेनों का संचालन होगा. वर्टिकल ब्रिज के निर्माण 545 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत आई है.
पुराने पुल में 10 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन गुजरती है जबकि नए ब्रिज में ट्रेन की स्पीड 80 किमी/घंटा रहेगीपुराना पम्बन रेलवे ब्रिज 1914 में बनाया गया था, जिसे 23 दिसंबर, 2022 को बंद कर दिया गया है. पहले मंडपम और रामेश्वरम द्वीप के बीच ट्रेन इसी ब्रिज से जाती थी.न्यू पम्बन ब्रिज के निर्माण में रेलवे ने स्टेनलेस स्टील, मिक्स्ड स्लीपर और लंबे समय तक चलने वाली पेंटिंग सिस्टम जैसी अत्याधुनिक तकनीकों को इस्तेमाल किया है.देश के इस पहले वर्टिकल ब्रिज की अधारशिला पीएम मोदी ने मार्च 2019 में कन्याकुमारी में रखी थी. न्यू पम्बन ब्रिज, पंबन और रामेश्वरम के बीच रेल यातायात को बढ़ाएगा. धनुषकोडी की यात्रा करने वाले लोग भी इस नए ब्रिज का इस्तेमाल करेंगे