करौली जिले के टोडाभीम में अतिक्रमण हटाने के दौरान वहां जमकर हंगामा हो गया. हंगामे के दौरान मौके पर मौजूद महिला एसडीएम की वहां पर एक दूसरी महिला ने चोटी खींच ली. इससे पुलिस जाब्ते में हड़कंप मच गया. महिला एसडीएम भी फिर उस महिला से भिड़ पड़ी. हंगामे की जानकारी मिलने पर करौली पुलिस अधीक्षक खुद मौके पर पहुंचे. इस मामले में पुलिस जाब्ते को लीड कर रहे ड्यूटी ऑफिसर को सस्पेंड कर टोडाभीम थानाधिकारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है. जाब्ते में शामिल अन्य पुलिसकर्मियों को 17 सीसी के नोटिस थमाए गए हैं.
जानकारी के अनुसार यह हंगामा दो दिन पहले हुआ था. लेकिन इसका वीडियो शुक्रवार शाम को सामने आया. दरअसल टोडाभीम एसडीएम सुनीता मीना दो दिन पहले इलाके के नाद गांव में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने गई थी. उनके साथ पुलिस का पूरा जाब्ता था. अतिक्रमण हटाने के दौरान अतिक्रमी के परिवार के लोगों को पुलिस प्रशासन से झड़प हो गई. उसके बाद हंगामा और हाथापाई का माहौल बन गया.
पुलिस अधीक्षक ने मौके पर पहुंचकर ली पूरे मामले की जानकारी
इस दौरान एक महिला ने एसडीएम से अभद्रता करते हुए उनके बाल पकड़कर खींच लिए. यह देखकर वहां मौजूद पुलिसकर्मियों के हाथ पांव फूल गए. बाद में पुलिसकर्मियों ने महिला से एसडीएम को छुड़वाया. उसके बाद एसडीएम उस महिला से भिड़ पड़ी. वहां मौजूद लोगों ने इस पूरे हंगामे का वीडियो बना लिया. मामले की जानकारी मिलने पर करौली एसपी सुजीत शंकर मौके पर पहुंचे.
पुलिस जाब्ते और थानाधिकारी पर गिरी गाज
उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली. एसपी ने पुलिस जाब्ते की लापरवाही मानते हुए ड्यूटी ऑफिसर एएसआई बने सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. टोडाभीम थानाधिकारी को लाइन हाजिर करने के साथ ही पुलिस जाब्ते को 17 सीसी के नोटिस जारी किए हैं. एसपी ने कहा कि जिले में कानून व्यवस्था को खराब नहीं होने दिया जाएगा.
ग्रामीणों ने एसडीएम पर लगाए मनमानी करने के आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि एसडीएम खातेदारी भूमि पर बने मकान पर कारवाई करने गई थी. ग्रामीणों ने एसडीएम पर मनमानी और अवैध वसूली के आरोप भी लगाए हैं. एसडीएम का करीब सात दिन पहले टोडाभीम से ट्रांसफर हो चुका है. लेकिन वे अभी तक टोडाभीम से रिलीव नहीं हुई हैं.
एसडीएम ने कराया एक दर्जन लोगों के खिलाफ केस दर्ज
इस मामले को लेकर शुक्रवार को एसडीएम सुनीता मीना ने टोडाभीम थाने में एक दर्जन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है. इसमें उन पर राजकार्य में बाधा सहित अभद्रता करने, गला घोंटकर जान से मारने, मारपीट, हाथापाई, गाली गलौच, सरकारी वाहन पर पत्थर फेंकने और नंबर प्लेट तोड़ने का आरोप लगाया गया है. बहरहाल पुलिस पूरे जांच में जुटी है. वायरल वीडियो इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.