आजादी से पहले का औद्योगिक समूह और टाटा का करीबी औद्योगिक घराना अपनी एक और कंपनी को बाजार में लिस्ट कराने के लिए तैयार है. बाजार नियामक सेबी ने भी इस कंपनी के साथ 4 और कंपनियों को आईपीओ उतारने की मंजूरी दे दी है. माना जा रहा कि इस महीने के आखिर तक इन पांचों कंपनियों का आईपीओ बाजार में आ जाएगा. कंपनी ने 7,000 करोड़ रुपये के आईपीओ को उतारने की बात कही है.
दरअसल, 160 साल पुराने उद्योग समूह शापूरजी पालोनजी ग्रुप की इंजीनियरिंग एवं निर्माण कंपनी एफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एआईएल) को सेबी से मंजूरी मिल गई है. इसके अलावा 4 और कंपनियों को सेबी ने आईपीओ के जरिये बाजार से धन जुटाने की मंजूरी दे दी है. भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की तरफ से सोमवार को जारी एक अपडेट से पता चला कि पांच कंपनियों की तरफ से दाखिल आईपीओ मंजूरी संबंधी आवेदन को स्वीकृति मिल गई है.
कौन सी कंपनियां ला रहीं आईपीओ
सेबी की मंजूरी हासिल करने वाली कंपनियों में एफकॉन्स के अलावा गोदावरी बायोरिफाइनरीज, शिवालिक इंजीनियरिंग इंडस्ट्रीज लिमिटेड, क्वाड्रेंट फ्यूचर टेक और एनवायरो इन्फ्रा इंजीनियर्स शामिल हैं. इन सभी फर्मों ने मार्च और जून के बीच सेबी के पास अपने आईपीओ संबंधी दस्तावेज दाखिल किए थे. उन्हें पांच से लेकर 13 सितंबर के बीच सेबी की तरफ से मंजूरी का पत्र मिल गया.
कितना पैसा जुटाने की तैयारी में एफकॉन्स
एफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड का 7,000 करोड़ रुपये का आईपीओ लाने का प्रस्ताव है. इसमें 1,250 करोड़ रुपये के नए शेयरों के साथ प्रवर्तक फर्म गोस्वामी इन्फ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से 5,750 करोड़ रुपये तक की बिक्री पेशकश की जाएगी. फिलहाल प्रवर्तक एवं प्रवर्तक समूह कंपनियों के पास एफकॉन्स में 99.48 प्रतिशत हिस्सेदारी है. ग्रे मार्केट में इस कंपनी के आईपीओ से 74 फीसदी रिटर्न का अनुमान लगाया जा रहा है.